‘हफ्ते की बात, उर्मिलेश के साथ’ के इस अंक में चुनावी मौसम पर चर्चा हुईI पाँच राज्यों में विधानसभा चुनाव नज़दीक हैं और अगले साल लोकसभा के चुनाव हैं, ऐसे में भाजपा 2014 के अपने विकास के नारे को लगता है भूल सी गयी हैI उर्मिलेश के मुताबिक विकास को हटाकर साम्प्रदायिकता को मुद्दा इसलिए बनाया जा रहा है क्योंकि वे जानते हैं कि मोदी सरकार ने ऐसा कोई काम नहीं किया जिसके बल पर वे जनता से वोट माँगने जायेंI