पिछले कुछ हफ़्तों में भारत ने कई घटनाएँ देखी जहाँ धार्मिक जुलूसों के बाद सांप्रदायिक हिंसा हुई; चाहे राम नवमी के बाद मुसलमानों के खिलाफ हुई हिंसा हो या हाल ही में हनुमान जयंती पर दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई घटनाI इतिहास के पन्ने के इस अंक में पत्रकार और लेखक नीलांजन मुखोपाध्याय चर्चा कर रहे हैं दक्षिणपंथ द्वारा धार्मिक रैलियों और जुलूसों का इस्तेमाल अल्पसंख्यक समुदाय को भड़काने और उकसाने के लिए करने की परम्परा कीI