NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
सोशल मीडिया
स्वास्थ्य
भारत
राजनीति
फेक्ट चेक : पाकिस्तान का पुराना वीडियो जमात मेंबर के नंगा घूमने के दावे से वायरल
एक पुराना वीडियो जो पाकिस्तान की एक मस्जिद में शूट किया गया था उसे कोरोना वायरस से पीड़ित तबलीग़ी जमात का सदस्य बताकर शेयर किया जा रहा है। ये एक और ऐसा उदाहरण है जिसमें ग़लत जानकारी फैलाकर मुस्लिम समुदाय पर निशाना साधा जा रहा है।
जिग्नेश पटेल
09 Apr 2020
fact check

एक वीडियो बहुत ज़्यादा वायरल हो रहा है. वीडियो में ख़ून से लथ-पथ एक नंगा व्यक्ति दिखता है. दावा किया जा रहा है कि ये कोरोना वायरस के आयसोलेशन वार्ड में तब्लीग़ी जमात का मेंबर है.

यूपी के आइसोलेशन में #तबलीगी_जमाती..
और किसी को कोई सबूत चाहिए??#कोरोना_जिहाद ।। pic.twitter.com/g1RSSunFvJ

— किरन जैन ( देशभक्त ) ?? (@JainKiran6) April 8, 2020

कई यूज़र्स ने इस वीडियो का लंबा वर्ज़न शेयर किया है जिसमें व्यक्ति को अपने सिर और हाथ से कांच को तोड़ते हुए देखा जा सकता है. [चेतावनी : वीडियो की प्रकृति हिंसक और आपत्तिजनक है इसीलिए इसे देखने के लिए अपने विवेक का इस्तेमाल करें.]

वीडियो को ये ख़बर आने के बाद शेयर किया जा रहा है, जिसमें बताया गया था कि गाज़ियाबाद के अस्पताल में जमात में शामिल कुछ लोग नंगे घूम रहे थे और कर्मचारियों के दुर्व्यवहार कर रहे थे.

फ़ेसबुक पेज ‘हिंदुस्तान की आवाज़ लाइव’ ने ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, “देखिए 14 दिन के एकांतवास में भी इन तबलीगी जमात के लोगों ने अश्लीलता और आतंक मचा रखा है…… कोरोंनटाइन में जमकर किया हंगामा#सरम नाम की सारी हदें कर दी पार#खेला नंगा नाच.वीडियो हुवा वाइरल# प्रशासन है इन लोगो से परेशान#” इस पोस्ट को 1400 से ज़्यादा बार शेयर किया जा चुका है. (पोस्ट का आर्काइव)

1_7.png

ऑल्ट न्यूज़ के ऑफ़िशियल ऐप पर इस वीडियो की सच्चाई जानने के लिए कई रीक्वेस्ट मिली हैं.

2_5.png

ये वीडियो व्हाट्सऐप पर भी सर्क्युलेट हो रहा है. ट्विटर और फ़ेसबुक पर कई लोगों ने इसे इन्हीं दावों के साथ शेयर किया है.

3_2.png

पाकिस्तान का पुराना वीडियो

यूट्यूब पर कीवर्ड्स सर्च से ऑल्ट न्यूज़ को इस वीडियो का लंबा वर्ज़न मिला. जिसे 26 अगस्त, 2019 को अपलोड किया गया है. 21 सेकंड के बाद से वायरल वीडियो में दिख रहे विज़ुअल को देखा जा सकता है. वीडियो का टाइटल है – “मस्जिद में एक नंगा व्यक्ति घूस गया, गुलशन ए हदीद कराची.” (Naked man entered in Mosque, Gulshan e Hadeed Karachi)

4_0.png

इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन के अनुसार वीडियो पाकिस्तान के कराची का है और ये घटना ‘गुलशन ए हदीद’ की एक मस्जिद में हुई थी. हमने गूगल मैप पर इस जगह पर मौजूद कई मस्जिदों को देखा. पता चला कि ये घटना जामिया मस्जिद खालिद बिन वलीद में हुई थी. नीचे की तस्वीर में हमने वीडियो के एक फ़्रेम में दिख रही मस्जिद और गूगल मैप पर मस्जिद की तस्वीर, दोनों की तुलना की है. जिनमें काफ़ी समानताएं दिखती है –

1. सेकंड फ़्लोर की ग्लास विंडो

2. फर्स्ट फ़्लोर की ग्रिल्ड विंडो

3. नीले रंग का बोर्ड

5_1.png

इसके अलावा हमने पाया कि ये वीडियो 23 अगस्त, 2019 को ऊपर बताए गए वीडियो से तीन दिन पहले एक अलग दावे से अपलोड किया गया था. डिस्क्रिप्शन के मुताबिक इस व्यक्ति की पहचान शफ़ीक़ अब्रॉ के रूप में हुई है जिसे बाद में पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया. साथ ही ये भी बताया गया है कि ये पुलिस कमांडो का बेटा है जो मानसिक रूप से बीमार है.

इस तरह एक पुराना वीडियो जो पाकिस्तान के एक मस्जिद में शूट किया गया था उसे कोरोना वायरस से पीड़ित तब्लीग़ी जमात का सदस्य बताकर शेयर किया जा रहा है. ये एक और ऐसा उदाहरण है जिसमें ग़लत जानकारी फैलाकर मुस्लिम समुदाय पर निशाना साधा जा रहा है. मार्च के बीच में यहां तबलीगी जमात में हिस्सा लेने के लिए आये कई लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. इस ख़बर के बाद से सोशल मीडिया और मीडिया का एक बहुत बड़ा तबका इस पूरे मसले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश में लगा हुआ है. हाल ही में उत्तर प्रदेश की सहारनपुर पुलिस ने दो बड़े मीडिया संगठनों द्वारा फैलाए गए फ़र्ज़ी ख़बर को खारिज किया जिसमें बताया गया था कि क्वारंटीन वार्ड में भर्ती जमातियों ने मांसाहारी भोजन मांगा, नहीं देने पर खाना फेंका और खुले में शौच किया.

नोट : भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 5,400 के पार जा पहुंची है. इसकी वजह से सरकार ने बुनियादी ज़रुरतों से जुड़ी चीज़ों को छोड़कर बाकी सभी चीज़ों पर पाबंदी लगा दी है. दुनिया भर में 14 लाख से ज़्यादा कन्फ़र्म केस सामने आये हैं और 82 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. लोगों में डर का माहौल बना हुआ है और इसी वजह से वो बिना जांच-पड़ताल किये किसी भी ख़बर पर विश्वास कर रहे हैं. लोग ग़लत जानकारियों का शिकार बन रहे हैं जो कि उनके लिए घातक भी साबित हो सकता है. ऐसे कई वीडियो या तस्वीरें वायरल हो रही हैं जो कि घरेलू नुस्खों और बेबुनियाद जानकारियों को बढ़ावा दे रही हैं. आपके इरादे ठीक हो सकते हैं लेकिन ऐसी भयावह स्थिति में यूं ग़लत जानकारियां जानलेवा हो सकती हैं. हम पाठकों से ये अपील करते हैं कि वो बिना जांचे-परखे और वेरीफ़ाई किये किसी भी मेसेज पर विश्वास न करें और उन्हें किसी भी जगह फ़ॉरवर्ड भी न करें.

साभार : ऑल्ट न्यूज़

fact check
Tablighi Jamaat
viral video
fake news
Religion Politics
Anti Muslim
hindu-muslim
Coronavirus
COVID-19
Pakistan
twitter
Social Media

Related Stories

फ़ेसबुक पर 23 अज्ञात विज्ञापनदाताओं ने बीजेपी को प्रोत्साहित करने के लिए जमा किये 5 करोड़ रुपये

अफ़्रीका : तानाशाह सोशल मीडिया का इस्तेमाल अपनी सत्ता बनाए रखने के लिए कर रहे हैं

मुख्यमंत्री पर टिप्पणी पड़ी शहीद ब्रिगेडियर की बेटी को भारी, भक्तों ने किया ट्रोल

मृतक को अपमानित करने वालों का गिरोह!

पड़ताल: क्या टिकैत वाकई मीडिया को धमकी दे रहे हैं!

छत्तीसगढ़ की वीडियो की सच्चाई और पितृसत्ता की अश्लील हंसी

कांग्रेस, राहुल, अन्य नेताओं के ट्विटर अकाउंट बहाल, राहुल बोले “सत्यमेव जयते”

ट्विटर बताए कि आईटी नियमों के अनुरूप शिकायत निवारण अधिकारी की नियुक्ति कब तक होगी : अदालत

उच्च न्यायालय ने फेसबुक, व्हाट्सऐप को दिए सीसीआई के नोटिस पर रोक लगाने से किया इंकार

संसदीय समिति ने ट्विटर से कहा: देश का कानून सर्वोपरि, आपकी नीति नहीं


बाकी खबरें

  • वसीम अकरम त्यागी
    विशेष: कौन लौटाएगा अब्दुल सुब्हान के आठ साल, कौन लौटाएगा वो पहली सी ज़िंदगी
    26 May 2022
    अब्दुल सुब्हान वही शख्स हैं जिन्होंने अपनी ज़िंदगी के बेशक़ीमती आठ साल आतंकवाद के आरोप में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बिताए हैं। 10 मई 2022 को वे आतंकवाद के आरोपों से बरी होकर अपने गांव पहुंचे हैं।
  • एम. के. भद्रकुमार
    हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आईपीईएफ़ पर दूसरे देशों को साथ लाना कठिन कार्य होगा
    26 May 2022
    "इंडो-पैसिफ़िक इकनॉमिक फ़्रेमवर्क" बाइडेन प्रशासन द्वारा व्याकुल होकर उठाया गया कदम दिखाई देता है, जिसकी मंशा एशिया में चीन को संतुलित करने वाले विश्वसनीय साझेदार के तौर पर अमेरिका की आर्थिक स्थिति को…
  • अनिल जैन
    मोदी के आठ साल: सांप्रदायिक नफ़रत और हिंसा पर क्यों नहीं टूटती चुप्पी?
    26 May 2022
    इन आठ सालों के दौरान मोदी सरकार के एक हाथ में विकास का झंडा, दूसरे हाथ में नफ़रत का एजेंडा और होठों पर हिंदुत्ववादी राष्ट्रवाद का मंत्र रहा है।
  • सोनिया यादव
    क्या वाकई 'यूपी पुलिस दबिश देने नहीं, बल्कि दबंगई दिखाने जाती है'?
    26 May 2022
    एक बार फिर यूपी पुलिस की दबिश सवालों के घेरे में है। बागपत में जिले के छपरौली क्षेत्र में पुलिस की दबिश के दौरान आरोपी की मां और दो बहनों द्वारा कथित तौर पर जहर खाने से मौत मामला सामने आया है।
  • सी. सरतचंद
    विश्व खाद्य संकट: कारण, इसके नतीजे और समाधान
    26 May 2022
    युद्ध ने खाद्य संकट को और तीक्ष्ण कर दिया है, लेकिन इसे खत्म करने के लिए, संयुक्त राज्य अमेरिका को सबसे पहले इस बात को समझना होगा कि यूक्रेन में जारी संघर्ष का कोई भी सैन्य समाधान रूस की हार की इसकी…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License