न्यूज़क्लिक ने ईरान और अमरीका के बीच हुए परमाणु समझौते पर दिल्ली साइंस फोरम के प्रबीर पुरकायस्थ से बात की। प्रबीर के अनुसार यह समझौता अमरीका के लिए फायदे का सौदा सिद्ध होगा। ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करते हुए इसका प्रयोग केवल उर्जा उत्पन्न करने के लिए राजी हुआ है जिससे पश्चिम एशिया में उसके बढ़ते प्रभाव में लगाम लगेगी और अमरीका अनेक वर्षो से यही चाह रहा था। वहीँ ज़मीन पर ईरान अमरीका का आईएसआईएस के खिलाफ युद्ध में भी साथ देगा। इस तरह अमरीका ने एक तीर से दो निशाने साधे हैं पर इसका ये मतलब नहीं की वर्षों से चली आ रही प्रतिद्वंदी राजनीति बदल जाएगी। प्रबीर के अनुसार आज भी ईरान अमरीका के लिए एक दुश्मन देश ही है।
