Jio को फेसबूक और गूगल जैसे बड़ी बड़ी कंपनियों से 1.52 लाख करोड़ रुपये दिए हैं। इसके बदले में Jio का एक-चौथाई से भी ज़्यादा का मालिकाना हक़ अभी चंद अमेरिकी के कंपनियों के पास है। इन पैसों से JIo एक मोनोपोली के तरह उभर सकता है, जिससे सिर्फ छोटे बिज़नेस वालों का ही नहीं, बल्कि अंत में उपभोक्ता का भी नुकसान हो सकता है।