कर्नाटक में राजनीति के "नाटक" का आज बीजेपी की सरकार के साथ अंत हो गया है। येदियुरप्पा ने राज्यपाल वजूभाई वाला की उपस्थिती में मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है।
बता दें कि 3 दिन पहले पिछली सरकार जो कि कांग्रेस -जेडी(एस) के गठबंधन की थी, वो गिर गयी क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी को विश्वास मत में हार का सामना करना पड़ा था।
ये चौथी बार है जब येदियुरप्पा कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने हैं।
प्रदेश की पूर्ववर्ती कांग्रेस-जेडी(एस) गठबंधन सरकार पर बरसते हुए येदियुरप्पा ने कहा कि वह ‘‘तुगलक दरबार’’ था और उसमें विकास अवरूद्ध हो गया था ।
आज यानी शुक्रवार को अचानक सरकार के गठन के बारे में भाजपा नेता ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें फोन किया और शपथ के लिए तैयार होने के लिए कहा।
ईमानदार प्रशासन देने का वादा करते हुए उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं की भूमिका को भी रेखांकित किया।
पद और गोपनीयता की शपथ लेने के लिए राजभवन जाने से पहले भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘हमें प्रशासन में अंतर दिखाना होगा। प्रतशोध की राजनीति नहीं होगी और मैं विपक्ष को साथ लेकर चलूंगा।’’
(भाषा से इनपुट के साथ)