परिवार के अनुसार एक झूठे एनकाउंटर में सुरक्षा बलों ने 17 साल के अतहर मुश्ताक़ और 2 स्थानीय लड़कों को मार दिया था, उन पर आतंकवादी संगठनों के साथ जुड़े होने का इल्ज़ाम था। यह घटना 30 दिसंबर, 2020 की है जिसके ख़िलाफ़ न्याय की मांग करते हुए पूरे श्रीनगर में विरोध प्रदर्शन हुए थे। आज तक, जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने लड़कों के शव नहीं दिये हैं, और आज तक उन्हें आतंकवादी बताया जा रहा है।