हाल ही में टर्की में एक विवादित म्यूजियम जो की कई सौ साल पहले तक एक चर्च था, उसको मस्जिद में बदल दिया गया. तुर्की के दक्षिणपंथी राष्ट्रपति के इस फैसले की दुनिया भर में कड़ी आलोचना हुई. यह फैसला टर्की के धर्म निरपेक्षता पर एक गहरी चोट माना जा रहा है. 'इतिहास के पन्ने ' के इस एपिसोड में वरिष्ठ प्रकार और लेखक नीलांजन मुखोपाध्याय इस बहुचर्चित इमारत के इतिहास और इससे जुड़ी हुई राजनीति पर बात कर रहे हैं.