लखीमपुर खीरी की हिंसा के बाद किसान बेहद ग़ुस्से में है और इस हत्याकांड के बाद तीन कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ चल रहा आंदोलन और धारदार होगा। ऑल इंडिया किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्ला का मानना है कि तमाम हथकंडों को आजमाने के बाद हताश भारतीय जनता पार्टी के पास आंदोलन को कुचलने के लिए हिंसा एक मात्र हथियार बचा है और इसके इस्तेमाल में उसे कोई गुरेज़ नहीं है।