NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
घटना-दुर्घटना
भारत
राजनीति
मॉब लिंचिंग के शिकार तबरेज़ के इंसाफ के लिए देशभर में नागरिक समाज का प्रदर्शन
झारखंड की राजधानी रांची से लेकर देश की राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर तक नागरिक समाज के लोग अलग-अलग समय पर जमा हुए। इस दौरान कैंडिल मार्च निकाले गए, सभाएं की गईं। सभी ने एक स्वर में ऐसी घटनाओं की निंदा की और इस पर तत्काल रोक लगाने की मांग की।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
26 Jun 2019
lynching
जंतर-मंतर विरोध प्रदर्शन

झारखंड में युवक तबरेज़ अंसारी की भीड़ द्वारा की गई हत्या के विरोध में बुधवार को देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए और कैंडिल मार्च निकाले गए। झारखंड की राजधानी रांची से लेकर देश की राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर तक नागरिक समाज के लोग अलग-अलग समय पर जमा हुए और घटना की निंदा करते हुए इसे दक्षिणपंथी तत्वों द्वारा की जा रही प्रायोजित हिंसा बताया। सभी ने दोषियों को सज़ा और इस पर तत्काल रोक लगाने की मांग की।

51a079ee-d6ac-40dd-b624-8384009180dc_1.JPG

आपको बता दें कि बीती 17 जून को, 24 वर्षीय तबरेज़ अंसारी को झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में अपने घर लौटते समय कुछ लोगों ने घेर लिया और मोटरसाइकिल चोरी करने का आरोप लगाते हुए खंभे से बांधकर पिटाई की। भीड़ ने उनसे जबरन 'जय श्री राम' और 'जय हनुमान' के नारे भी लगवाए। 

733d87ef-a6bf-4f80-8014-191e88ef7471_0.JPG

आपको बता दें कि  पिछले चार वर्षों में झारखंड में नफ़रत से भरे अपराध का यह 14 वां मामला था। तबरेज़ अंसारी की मौत के साथ, इस साल इस तरह के 11 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा के 2014 में पहली बार सत्ता में आने के बाद से ऐसी घटनाओं की कुल संख्या बढ़कर 266 हो गई है।

 

आपको ये भी मालूम हो कि राज्य सरकारों और केंद्र सरकार ने बड़े पैमाने पर सुप्रीम कोर्ट के 2018 निर्देशों की अनदेखी की है जिसमें फास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना करना शामिल है, सोशल मीडिया पर नफरत भरे संदेशों को रोकना शामिल है, पीड़ितों को मुआवजा देना और भीड़ द्वारा हिंसा को रोकने के लिए एक कानून बनाना शामिल है। लेकिन इस सिलसिले में कोई ठोस काम नहीं हुआ है।

2972db51-95df-45a9-9c7b-b2a19f42ed41_1.JPG

Lynching
mob lynching
protest on jantar mantar
all over country protest on lynching

Related Stories

भारत में हर दिन क्यों बढ़ रही हैं ‘मॉब लिंचिंग’ की घटनाएं, इसके पीछे क्या है कारण?

बिहार: समस्तीपुर माॅब लिंचिंग पीड़ितों ने बिहार के गृह सचिव से न्याय की लगाई गुहार

पहलू खान मॉब लिंचिंग मामले में छह आरोपी बरी

इंदौर: भीड़ ने मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति को बच्चा चोर बताकर पीटा

मॉब लिंचिंग पर पीएम को चिट्ठी लिखने वाले अभिनेता कौशिक सेन का दावा, मिली मौत की धमकी

झारखंड : छात्रा का विवादित कमेंट, कोर्ट की सज़ा और हिन्दू संगठनों की चेतावनी!  

उत्तर प्रदेश: गाय ले जाने के लिए मिलेगा प्रमाणपत्र

घृणा और हिंसा को हराना है...

क्या योगी राज में अब विरोध प्रदर्शन का अधिकार ख़त्म हो गया है?

झारखंड : लिंचिंग को ललकार


बाकी खबरें

  • आज का कार्टून
    आम आदमी जाए तो कहाँ जाए!
    05 May 2022
    महंगाई की मार भी गज़ब होती है। अगर महंगाई को नियंत्रित न किया जाए तो मार आम आदमी पर पड़ती है और अगर महंगाई को नियंत्रित करने की कोशिश की जाए तब भी मार आम आदमी पर पड़ती है।
  • एस एन साहू 
    श्रम मुद्दों पर भारतीय इतिहास और संविधान सभा के परिप्रेक्ष्य
    05 May 2022
    प्रगतिशील तरीके से श्रम मुद्दों को उठाने का भारत का रिकॉर्ड मई दिवस 1 मई,1891 को अंतरराष्ट्रीय श्रम दिवस के रूप में मनाए जाने की शुरूआत से पहले का है।
  • विजय विनीत
    मिड-डे मील में व्यवस्था के बाद कैंसर से जंग लड़ने वाले पूर्वांचल के जांबाज़ पत्रकार पवन जायसवाल के साथ 'उम्मीदों की मौत'
    05 May 2022
    जांबाज़ पत्रकार पवन जायसवाल की प्राण रक्षा के लिए न मोदी-योगी सरकार आगे आई और न ही नौकरशाही। नतीजा, पत्रकार पवन जायसवाल के मौत की चीख़ बनारस के एक निजी अस्पताल में गूंजी और आंसू बहकर सामने आई।
  • सुकुमार मुरलीधरन
    भारतीय मीडिया : बेड़ियों में जकड़ा और जासूसी का शिकार
    05 May 2022
    विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर भारतीय मीडिया पर लागू किए जा रहे नागवार नये नियमों और ख़ासकर डिजिटल डोमेन में उत्पन्न होने वाली चुनौतियों और अवसरों की एक जांच-पड़ताल।
  • ज़ाहिद ख़ान
    नौशाद : जिनके संगीत में मिट्टी की सुगंध और ज़िंदगी की शक्ल थी
    05 May 2022
    नौशाद, हिंदी सिनेमा के ऐसे जगमगाते सितारे हैं, जो अपने संगीत से आज भी दिलों को मुनव्वर करते हैं। नौशाद की पुण्यतिथि पर पेश है उनके जीवन और काम से जुड़ी बातें।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License