NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अमेरिका
ओबामा सरकार और अमरीकी कारपोरेशन की जासूसी
ग्लेन ग्रीनवल्ड
10 Sep 2014

अमरीका पिछले एक साल से हमेशा कहता रहा है कि वह आर्थिक एवं औद्योगिक स्थानों की जासूसी में विश्वास नहीं रखता I वह यह कह कर वह अपने आप को चाइना द्वारा चल रहे जासूसी जिसमे वो गूगल,नोर्टेल  आदि की जासूसी कर रहा था , से अलग करना चाहता था I अगस्त में एनएसए के अधिकारी द्वारा द वाशिगटन पोस्ट को भेजे गए दस्तावेज अमरीकी सरकार के इस दावे को  सिद्ध करने की कोशिश करते हैं I इसमें यह लिखा था कि, " डिपार्टमेंट आर्थिक क्षेत्रों की कभी जासूसी नहीं करता" I

वाशिगटन पोस्ट को भेजे गए इस दस्तावेज के बाद  ही, एनएसए आर्थिक क्षेत्रों में जासूसी कि जिसमे कई बड़ी कंपनियां शामिल थी Iइसमें पेट्रोब्रास,इकनोमिक सम्मिट्स,इंटरनेशनल क्रेडिट कार्ड्स, अनेक बैंकिंग व्यवस्था,  शामिल  थे I साथ ही ईयू एंटीट्रस्ट कमीशन के एक अधिकारी के साथ मिल कर जो  गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, इंटेल साथ काम कर रहा था, अमरीका आईएमएफ और विश्व बैंक की जासूसी कर रहा था I बाद में अमरीका ने अपना बयां बदलते हुए कहा कि वह यह जासूसी अमरीकी कारपोरेशन को फायदा पहुचाने के लिए नहीं करता, जैसे चाइना करता हैI

नेशनल इंटेलिजेंस के निर्देशक ने पेट्रोब्रास को जवाब देते हुए कहा कि," ऐसा नहीं है कि हम इन संस्थानों की जासूसी नहीं करते पर इन दस्तावेजो का प्रयोग हम विदेशी या खुद की कंपनियों को फायदा पहुचाने के लिए नहीं करते" I आगे पढ़ें....

सौजन्य: Intercept

 

डिस्क्लेमर:- उपर्युक्त लेख मे व्यक्त किए गए विचार लेखक के व्यक्तिगत हैं, और आवश्यक तौर पर न्यूज़क्लिक के विचारो को नहीं दर्शाते ।

चाइना
गूगल
आईएमऍफ़
इन्टरनेट
माइक्रोसॉफ्ट
नोर्टेल
एनएसए
पेट्रोब्रास
प्रिज्म

Related Stories

भारत की भूटान नीति और चीन का भय

मोदी का अमरीका दौरा और डिजिटल उपनिवेशवाद को न्यौता

मोदी का अमरीका दौरा: एक दिखावा

मोदी का अमरीका दौरा: दवा बाज़ार का निजीकरण और पूंजीपतियों को छूट

इन्टरनेट और महिलाओं पर हिंसा

सरकार की डिजिटल सुरक्षा संरचना हैक कर ली गई

नोम चोमस्की :अमेरिकी विदेश नीति


बाकी खबरें

  • भाषा
    किसी को भी कोविड-19 टीकाकरण कराने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता : न्यायालय
    02 May 2022
    पीठ ने कहा, “संख्या कम होने तक, हम सुझाव देते हैं कि संबंधित आदेशों का पालन किया जाए और टीकाकरण नहीं करवाने वाले व्यक्तियों के सार्वजनिक स्थानों में जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाए। यदि पहले से…
  • नाइश हसन
    कितने मसलक… कितनी टोपियां...!
    02 May 2022
    सुन्नी जमात हैं तो गोल टोपी... बरेलवी से हैं तो हरी टोपी...., अज़मेरी हैं तो ख़ादिम वाली टोपी.... जमाती होे तो जाली वाली टोपी..... आला हज़रत के मुरीद हों तो लम्बी टोपी। कौन सी टोपी चाहती हैं आप?
  • शिरीष खरे
    कोरोना महामारी अनुभव: प्राइवेट अस्पताल की मुनाफ़ाखोरी पर अंकुश कब?
    02 May 2022
    महाराष्ट्र राज्य के ग़ैर-सरकारी समूहों द्वारा प्रशासनिक स्तर पर अब बड़ी तादाद में शिकायतें कोरोना उपचार के लिए अतिरिक्त खर्च का आरोप लगाते हुए दर्ज कराई गई हैं। एक नजर उन प्रकरणों पर जहां कोरोनाकाल…
  • सुबोध वर्मा
    पेट्रोल/डीज़ल की बढ़ती क़ीमतें : इस कमर तोड़ महंगाई के लिए कौन है ज़िम्मेदार?
    02 May 2022
    केंद्र सरकार ने पिछले आठ वर्षों में सभी राज्य सरकारों द्वारा करों के माध्यम से कमाए गए 14 लाख करोड़ रुपये की तुलना में केवल उत्पाद शुल्क से ही 18 लाख करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है।
  • ज़ाहिद खान
    सत्यजित रे : सिनेमा के ग्रेट मास्टर
    02 May 2022
    2 मई, 1921 को कोलकाता में जन्मे सत्यजित रे सिनेमा ही नहीं कला की तमाम विधाओं में निपुण थे। उनकी जयंती पर पढ़िये यह विशेष लेख।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License