न्यूज़क्लिक ने odd-even की सफलता पर दिल्ली साइंस फोरम के डी.रघुनन्दन से बात की. रघु के अनुसार यह 15 दिनों का कार्यक्रम एक बेहद सफल उदाहरण के तौर पर बाकी शहरों के लिए मिसाल का काम करेगा. उनके अनुसार 15 दिनों में दिल्ली की सड़कों पर न केवल वाहन कम देखने को मिले बल्कि सार्वजनिक यातायात प्रणाली को लेकर एक जागरूकता भी देखने को मिली. अख़बारों में आये उन दावों पर जिसमे इस कार्यक्रम को विफल बताया गया था, रघु ने कहा कि इन दावों ने केवल पीएम 2.5 को ध्यान में रखा है जबकि वाहनों से निकलने वाले धुएं को पूरी तरह नजरंदाज किया गया है.
