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भारत
राजनीति
165 पत्रकारों ने मीडिया की ज़बान बंद करने के यूपी सरकार के क़दम की निंदा की 
पत्रकार बिरादरी ने अपने एक बयान में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा समाचार पोर्टल, ‘द वायर’ के सह-संस्थापक-संपादक, सिद्धार्थ वरदराजन के ख़िलाफ़ दायर एफ़आईआर की कड़ी निंदा की है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
13 Apr 2020
सिद्धार्थ वरदराजन

नई दिल्ली: जिस समय पूरा देश COVID-19 महामारी के देशव्यापी संकट से लॉकडाउन में रहने के लिए मजबूर है, उस समय उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मीडिया की आवाज़ को दबाने के क़दम ने मीडिया बिरादरी में नाराज़गी पैदा कर दी है।

‘द वायर’ पोर्टल में प्रकाशित एक लेख के लिए इस न्यूज़ पोर्टल के सह-संस्थापक-संपादक, सिद्धार्थ वरदान के ख़िलाफ़ दर्ज की गयी हालिया एफ़आईआर का हवाला देते हुए देशभर के 165 पत्रकारों ने अपने एक बयान में “मीडिया से जुड़े लोगों के राजनीतिक रूप से प्रेरित उत्पीड़न” की निंदा की है। मुख्यमंत्री,योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार ने ट्विटर पर इस एफ़आईआर की प्रतियां तुरंत सर्कुलेट कर दी गयी थी।

जिस आलेख को लेकर यह एफ़आईआर दर्ज की गयी है, वह "सार्वजनिक रिकॉर्ड" के एक मामले को लेकर था और इसमें जो भी त्रुटि रह गयी थी, उसे ठीक कर दिया गया था और उसे प्रमुखता से प्रकाशित भी कर दिया गया था। इसके बावजूद, यूपी पुलिस ने एफ़आईआर दर्ज कर दी और वरदराजन के दिल्ली स्थित निवास पहुंच कर पुलिस ने वरदराजन को अयोध्या की अदालत में पेश होने के लिए कहा, जबकि लॉकडाउन के दौरान परिवहन की कोई व्यवस्था नहीं है।

बयान में कहा गया है, “जिस तरह से यूपी सरकार और उसकी पुलिस ने एकतरफ़ा एजेंडे के साथ कार्रवाई की है, उससे बदले की भावना की बू आती है। जब नागरिक अपने अनेक सामान्य लोकतांत्रिक अधिकारों के इस्तेमाल को लेकर सीमित कर दिये गये हों, ऐसे में राज्य पर अपनी शक्तियों के इस्तेमाल को लेकर संयम बरतने की अतिरिक्त ज़िम्मेदारी होती है। ऐसे हालात में प्रेस की आज़ादी दोगुनी अहम हो जाती है, क्योंकि लोग ख़ुद को ख़बर नहीं बना सकते हैं, लेकिन स्वतंत्र मीडिया अपने सरकारों को व्यक्त करने का सबसे अहम ज़रिया है।”

इसे भी पढ़ें : देश की 90 हस्तियों ने की ‘द वायर’ के संपादक सिद्धार्थ वरदराजन के ख़िलाफ़ FIR की निंदा

ग़ौरतलब है कि हाल ही में यूपी सरकार द्वार उन कुछ पत्रकारों पर प्रहार करने की घटनायें भी हुई हैं, जिन्होंने राज्य में मिड डे मील के दयनीय हालत की ख़बरें दी थीं।

एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने भी 3 अप्रैल को एक बयान जारी करते हुए वरदराजन के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज किये जाने की इस घटना को "ग़ैर-ज़रूरी प्रतिक्रिया" और "धमकी" क़रार दिया। दिल्ली पत्रकार संघ ने वरदराजन के ख़िलाफ़ दर्ज एफ़आईआर और आरोपों को तत्काल वापस लेने की मांग करते हुए यूपी सरकार की यह कहकर निंदा की जिस समय देश भर के पत्रकार COVID-19 महामारी के नियंत्रण को लेकर अहम घटनाओं की रिपोर्टिंग करते हुए अपनी जान को जोखिम में डाल रहे हों,उस समय उत्तर प्रदेश सरकार अपना बदला भांज रही है।

इस बायन का पूरा विवरण कुछ इस तरह है:

पत्रकार मीडिया की ज़बान बंद किये जाने के प्रयासों की निंदा करते हैं

11 अप्रैल, 2020 का वक्तव्य

हम, पत्रकार बिरादरी के नीचे दस्तखत करने वाले सदस्य, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वायर के संस्थापक संपादक, सिद्धार्थ वरदराजन के ख़िलाफ़ दर्ज एफ़आईआर की कड़ी निंदा करते हैं। यह मीडिया की ज़बान पर ताला जड़ने की कोशिश के अलावा और कुछ नहीं है। द वायर ने लिखा था कि यूपी के मुख्यमंत्री, योगी आदित्यनाथ ने 25 मार्च को अयोध्या में राम नवमी के अवसर पर एक धार्मिक कार्यक्रम में भाग लिया था, जिस समय राष्ट्रीय तालाबंदी हुई थी, तो इसी रिपोर्ट को लेकर ‘द वायर’ पर दहशत फैलाने का आरोप लगा दिया गया।

द वायर ने माना है कि मुख्यमंत्री की मौजूदगी सार्वजनिक रिकॉर्ड और सूचना का विषय थी। द वायर के एक लेख के एक वाक्य में आचार्य परमहंस द्वारा मुख्यमंत्री के बारे में दिये गये एक बयान को ग़लत तरीक़े से उद्धृत किया गया था, जिसे न केवल हटा दिया गया था, बल्कि एक ‘भूल सुधार’ भी जारी कर दिया गया था।

मगर, इस मामले को ख़त्म किये जाने के बजाय, फ़ैज़ाबाद ज़िले में एक प्राथमिकी दर्ज की गयी। इस हक़ीक़त के बावजूद कि देशव्यापी लॉकडाउन लागू है, 10 अप्रैल को यूपी पुलिस की एक टीम ने सिद्धार्थ वरदराजन के आवास पर उन्हें 14 अप्रैल को अदालत में पेश होने के लिए नोटिस थमा दिया। जिस तरह यूपी सरकार और उसकी पुलिस एकतरफ़ा एजेंडे के साथ इस मामले में कार्रवाई कर रही है, उससे बदले की भावना की बू आती है। जब नागरिक अपने अनेक सामान्य लोकतांत्रिक अधिकारों के इस्तेमाल करने को लेकर सीमित कर दिये गये हों,ऐसे समय में राज्य पर अपनी शक्तियों के इस्तेमाल को लेकर संयम बरतने की अतिरिक्त ज़िम्मेदारी होती है। ऐसे हालात में प्रेस की आज़ादी दोगुनी अहम हो जाती है, क्योंकि लोग ख़ुद को ख़बर नहीं बन सकते हैं, लेकिन स्वतंत्र मीडिया अपने सरकारों को व्यक्त करने का सबसे अहम ज़रिया है। हम मांग करते हैं कि मीडिया से जुड़े लोगों का राजनीतिक रूप से प्रेरित उत्पीड़न को तुरंत बंद किया जाये।

Supported and endorsed by:

1. शोभना जैन, वरिष्ठ पत्रकार

 

2. टीके राजलक्ष्मी, फ़्रंटलाइन

 

3. सोनल केलॉग, स्वतंत्र पत्रकार

 

4. अरुणा सिंह, स्वतंत्र पत्रकार

 

5. रविंदर बावा, स्वतंत्र पत्रकार

 

6. नीलम जेना, वरिष्ठ संवाददाता, संध्या ज्योति दर्पण डेली

 

7. पारुल शर्मा, स्वतंत्र पत्रकार

 

8. वेंकटेश रामकृष्णन, सीनियर एसोसिएट एडिटर, फ्रंटलाइन

 

9. अनुराधा भसीन, संपादक, कश्मीर टाइम्स

 

10. सज्जाद हैदर, संपादक, कश्मीर ऑब्जर्वर

 

11. सैफ़ ख़ालिद, उप संपादक, अल जज़ीरा

 

12. प्रीति प्रकाश, संपादक, फेसऐनफैक्ट्स

 

13. पारुल जैन, स्वतंत्रत प्रत्रकार

 

14. अंजलि देशपांडे, स्वतंत्र पत्रकार

 

15. सुजाता मधोक, स्वतंत्र पत्रकार

 

16. सीमा मुस्तफ़ा, संपादक, द सिटीजन

 

17. परंजॉय गुहा ठाकुरता, वरिष्ठ पत्रकार

 

18. सरोज धूलिया, नवभारत टाइम्स

 

19. अदिति निगम, न्यूज़क्लिक

 

20. अंजू ग्रोवर, स्वतंत्र पत्रकार

 

21. किरण शाहीन, स्वतंत्र पत्रकार

 

22. करुणा जॉन, स्वतंत्र पत्रकार

 

23. विद्या सुब्रह्मण्यम, स्वतंत्र पत्रकार

 

24. सुमिता मेहता, वरिष्ठ पत्रकार

 

25. रश्मि सहगल, वरिष्ठ पत्रकार

 

26. एश्लिन मैथ्यू, पत्रकार

 

27. हेमा रामकृष्णन, वरिष्ठ पत्रकार

 

28. अंजलि ओझा, पत्रकार

 

29. सुबोध वर्मा, न्यूज़क्लिक

 

30. ए.एम. जिगेश, बिजनेस लाइन

 

31. अजॉय आशीर्वाद, द वायर

 

32. इफ्तिख़ार गिलानी, वरिष्ठ पत्रकार

 

33. माजिद मकबूल, कंट्रीब्यूटर, विदेश नीति, द ग्लोब पोस्ट

 

34. तीस्ता सीतलवाड़, वरिष्ठ पत्रकार

 

35. माजिद हैदरी, स्वतंत्र पत्रकार और टीवी समीक्षक

 

36. पी एल विंसेंट, वरिष्ठ पत्रकार

 

37. रोज़लिन डी'मेलो, स्वतंत्र पत्रकार

 

38. प्रवीण खारीवाल, अध्यक्ष, प्रेस क्लब ऑफ़ एमपी

 

39. गौतम लाहिड़ी, वरिष्ठ पत्रकार

 

40. काजी, पत्रकार

 

41. ए.जे. फिलिप, वरिष्ठ पत्रकार

 

42. जोस कलाथिल, वरिष्ठ पत्रकार

 

43. रमेश मेनन, कंट्रीब्यूटर संपादक, इंडिया लीगल

 

44. अल्बर्ट थिरिनियांग, कंट्रीब्यूटर, शिलांग टाइम्स

 

45. अवतार नेगी, वरिष्ठ पत्रकार

 

46. डॉ.जॉन दयाल, पूर्व कोषाध्यक्ष, एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया, लेखक

 

47. नेहा दीक्षित, स्वतंत्र पत्रकार

 

48. सोनिया खुराना, विज़ुअल आर्टिस्ट

 

49. शुद्धब्रत सेनगुप्ता, कलाकार और लेखक

 

50. अक्षय मुकुल, पत्रकार और लेखक

 

51. रेवती लुल, स्वतंत्र पत्रकार

 

52. मनोज मित्त, पत्रकार और लेखक

 

53. दिव्या त्रिवेदी, फ़्रंटलाइन

 

54. आरती जयमान, कम्युनिटी ब्रॉडकास्टर

 

55. निर्मल जॉन, पत्रकार और लेखक

 

56. आनंदो भक्तो, फ़्रंटलाइन

 

57. श्वेता रश्मि, स्वतंत्र पत्रकार

 

58. नीरजा चौधरी, वरिष्ठ पत्रकार

 

59. अनीता सलूजा, वरिष्ठ पत्रकार

 

60. अनिरुद्ध बहल, वरिष्ठ पत्रकार

 

61. जीवो ऑगस्टीन, वरिष्ठ पत्रकार, बोर्नियो बुलेटिन

 

62. रविवर्मा, नवमालीयाली करेंट अफेयर्स ऑनलाइन (राजनीतिक संपादक)

 

63. शंकर रघुरामन, वरिष्ठ पत्रकार

 

64. पी के दत्ता, वरिष्ठ पत्रकार

 

65. देबाशीष चटर्जी, वरिष्ठ पत्रकार

 

66. जी.शंकर, अध्यक्ष, केरल पत्रप्रवर्तक एसोसिएशन

 

67. शास्त्री रामचंद्रन, वरिष्ठ पत्रकार, (संपादकीय सलाहकार, WION)

 

68. पूर्णिमा त्रिपाठी, फ़्रंटलाइन

 

69. पंकज मोलखी, वरिष्ठ पत्रकार

 

70. अक्षय देशमान, हफिंगटन पोस्ट

 

71. अम्मू जोसेफ़, पत्रकार और लेखक

 

72. गोकुल कृष्णमूर्ति, स्वतंत्र स्तंभकार (ईटी ब्रांड इक्विटी, फाइनेंशियल एक्सप्रेस)।

 

73. आनंद कोचुकुडी, संपादक, द कोची पोस्ट

 

74. टी वी जयन, वरिष्ठ उप संपादक, हिंदू बिजनेस लाइन

 

75. शाजहां मदमपत, स्तंभकार, आउटलुक

 

76. अज़ाज अशरफ, स्वतंत्र पत्रकार

 

77. गायत्री जे, सलाहकार, सभा टीवी, तिरुवनंतपुरम, केरल

 

78. वीएम दीपा, वरिष्ठ सलाहकार, सभा टीवी, तिरुवनंतपुरम, केरल

 

79. वी. वेंकटेशन, फ्रंटलाइन

 

80. सुंदरदीप डगल, स्वतंत्र पत्रकार

 

81. रक्षा कुमार, स्वतंत्र पत्रकार

 

82. सुषमा वर्मा, वरिष्ठ पत्रकार

 

83. लक्ष्मी मूर्ति, स्वतंत्र पत्रकार

 

84. वीके रवेन्द्रन, संपादक, गधिका दैनिक, पयन्नूर, केरल

 

85. राजाराम एस, वरिष्ठ कार्यकारी संपादक, केरिज़ 360

 

86. प्रीथा नायर, आउटलुक पत्रिका

 

87. सुकुमार मुरलीधरन, स्वतंत्र पत्रकार

 

88. पी.वी.थॉमस, स्वतंत्र पत्रकार

 

89. स्वाति गोस्वामी, स्वतंत्र लेखक, अहमदाबाद

 

90. प्रिया रवीन्द्रन, वरिष्ठ सलाहकार, सभा टीवी, तिरुवनंतपुरम, केरल

 

91. निर्मेश सिंह, एग्रीनेशन

 

92. सामी सत्तार, द पायनियर

 

93. बिशाखा डी सरकार, द हिंदू बिजनेस लाइन

 

94. स्मिता वर्मा, स्वतंत्र पत्रकार

 

95. जपलीन पसरीचा, पत्रकार

 

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99. असद अशरफ़, स्वतंत्र पत्रकार

 

100. समिता भाटिया, लाइफ़स्टाइल लेखिका

 

101. जगन नेगी, स्वतंत्र फोटो-पत्रकार

 

102. नीथु एल्डोज, पत्रकार

 

103. सुनील मेनन, आउटलुक पत्रिका

 

104. एन.बी. नायर, कार्यकारी संपादक, इंडियन साइंस जर्नल

 

105. अजित पिल्लई, पत्रकार

 

106. गार्गी परसाई, वरिष्ठ पत्रकार

 

107. सरोज नेगी, वरिष्ठ पत्रकार

 

108. धामिनी, पत्रकार

 

109. डॉ. सुरेश मैथ्यू, संपादक, इंडियन करंट्स वीकली

 

110. रज़ा हैदर, डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म निर्माता

 

111. नुपुर बसु, डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म निर्माता

 

112. काई बेनेडिक्ट, स्वतंत्र

 

113. पी.एम. नारायणन, चीफ़ प्रोड्यूसर, दक्षिण एशिया, एआरडी, जर्मन टीवी

 

114. गीता शेशु, सह-संपादक, फ़्री स्पीच बाइ कलेक्टिव

 

115. कुशाल जीना, पत्रकार

 

116. ज़िया उस सलाम, फ़्रंटलाइन

 

117. अदिति भाल, पत्रकार

 

118. डॉ. मुकेश कुमार, वरिष्ठ पत्रकार

 

119. शची चतुर्वेदी, वरिष्ठ पत्रकार

 

120. नदीम अहमद, पत्रकार

 

121. राहिल चोपड़ा, पत्रकार

 

122. त्रिना शंकर, न्यूज़क्लिक

 

123. फ़ज़ल इमाम मल्लिक, वरिष्ठ पत्रकार

 

124. रुक्मिणी आनंदानी, वरिष्ठ पत्रकार

 

125. ऋतंभरा शास्त्री, वरिष्ठ पत्रकार

 

126. सागरी छाबड़ा, फिल्म निर्माता

 

127. अनीता कात्याल, वरिष्ठ स्तंभकार

 

128. कुलदीप कुमार, वरिष्ठ स्तंभकार

 

129. रोजा एस., वरिष्ठ कंटेंट कॉर्डिनेटर, सभा टी.वी.

 

130. श्रीतिसागर यमुनान, स्क्रॉल.इन

 

131. अरविंद तिवारी, इंदौर प्रेस क्लब

 

132. सौरभ दुग्गल, चंडीगढ़ प्रेस क्लब

 

133. श्रुति चतुर्वेदी

 

134. नताशा बधवार, लेखक / फिल्म निर्माता

 

135.चारू सोनी, स्वतंत्र पत्रकार

 

136. ब्रिनेल डिसूजा

 

137. आफ़ताब अहमद

 

138. शाम्भवी

 

139. आयशा दत्ता / इकोनॉमिक टाइम्स

 

140. अमिति सेन / हिंदू बिजनेस लाइन

 

141.रेणु मित्तल, वरिष्ठ पत्रकार

 

142. एम.एम.दिलीप, वरिष्ठ पत्रकार

 

143.केद्रिक प्रकाश, वरिष्ठ पत्रकार

 

144. मृणाल वल्लरी, जनसत्ता

 

145. उषा राय, वरिष्ठ पत्रकार

 

146. शुभ सिंह, वरिष्ठ पत्रकार

 

147. सुजाता माथुर, वरिष्ठ पत्रकार

 

148. त्रिपात्र बत्रा, वरिष्ठ पत्रकार

 

149. सैयद नूरुज़्ज़मान, वरिष्ठ पत्रकार

 

150. फ्रांसिस अराकल, वरिष्ठ पत्रकार

 

151. बिन्दू अब्राहम, वरिष्ठ पत्रकार

 

152. लिजो थॉमस, वरिष्ठ पत्रकार

 

153. लिसी एम, वरिष्ठ पत्रकार

 

154. विल्सन कप्पति, वरिष्ठ पत्रकार

 

155. इज्जतदार गोंजाल्वेस, वरिष्ठ पत्रकार

 

156. अनिल थॉमस, वरिष्ठ पत्रकार

 

157. जोस कवि, वरिष्ठ पत्रकार

 

158. टेसी जैकब, वरिष्ठ पत्रकार

 

159. एफ.एम ब्रिटो, वरिष्ठ पत्रकार

 

160. असरार ख़ान, वरिष्ठ पत्रकार

 

161. बी.पी.डोभाल, वरिष्ठ पत्रकार

 

162. विनीता पांडे, वरिष्ठ पत्रकार

 

163. ग़ौहर गिलानी, वरिष्ठ पत्रकार

 

164. दिनेश कदम, लेखक

 

165. अंतरा देव सेन, लेखक-पत्रकार

अंग्रेजी में लिखे गए मूल आलेख को आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर पढ़ सकते हैं

Over 160 Journalists Decry UP Govt’s Move to Muzzle Media

The Wire
Siddharth Varadarajan
ADITYANATH GOVT
BJP
ayodhya

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