NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
पाकिस्तान चुनाव: पूर्व क्रिकेटर बनने वाले हैं देश के कप्तान
इन चुनावों में पाकिस्तानी आवाम ने बदलाव की उम्मीद में जहाँ इमरान पर भरोसा जताया है, वहीं कट्टरपंथी इस्लामी पार्टियों को सिरे से खारिज भी किया है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
26 Jul 2018
इमरान खान, पाकिस्तान

पाकिस्तान में कल हुए आम चुनावों के बाद वोटों की गिनती जारी है। ख़बर लिखे जाने तक आए नतीजों से करीब-करीब साफ हो चला है कि पूर्व क्रिकेटर इमरान ख़ान की पार्टी (पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ) सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर रही है। वहीं दूसरे स्थान पर पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज़) बनी हुई है।

गौरतलब है कि पाकिस्तान की संसद मे 342 सीटें है। इसमें से 272 संसदीय सीटों के लिए मतदान हुआ है। इसके अतिरिक्त 70 सीटें महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं। बहूमत पाने के लिए 137 साटों की ज़रूरी हैं। इस बार चुनाव में 95 पार्टियों के 11,676 उम्मीदवार मैदान में थे। पाकिस्तान के चारों सूबों और केंद्रीय राजधानी के इलाक़े को मिलाकर पंजीकृत मतदाताओं की संख्या क़रीब 10 करोड़ 59 लाख है।

bbc.png

फिलहाल लगभग 50 फीसद वोटों की गणना पूरी हो चुकी है। पाकिस्तानी चुनाव आयोग के अनुसार पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ 113 सीटों पर आगे चल रही है। शहबाज़ शरीफ के नेत्तृव चुनाव लड़ रही पाकिस्तानी मुस्लिम लीग (नवाज़) 64 सीटों पर आगे चल रही है।

वहीं पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो के बेटे के नेत्तृत्व में चुनाव लड़ रहीं पाकिस्तानी पीपुल्स पार्टी 42 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं मीडीया रिपोर्टस की मानें तो ‘खैबर पख्तूनख्वाह’

में पी.टी.आई सबसे  बड़ी पार्टी बनके उभरी है।

वहीं अगर स्पष्ट नतीजों पर नज़र डाले तो पी.टी.आई 40, पी.एम.एल(नवाज़) 14,पी.पी.पी 6 व अन्य के खाते में तीन सीटें जा चुकी है।

इन चुनावों में पाकिस्तानी आवाम ने बदलाव की उम्मीद में जहाँ इमरान पर भरोसा जताया है, वहीं कट्टरपंथी इस्लामी पार्टियों को सिरे से खारिज भी किया है। हाफिज़ सईद के समर्थन वाली अल्लाहु अकबर तहरीक (AAT) को अभी तक एक भी सीट नहीं मिली है।

हाँलाकि स्थिति पूरी तरह स्पष्ट होने से पहले ही ट्वीटर पर इमरान को पी.एम बनने की बधाई देने वालों का ताताँ लग गया है।

पूर्व तेज़ गेंदबाज़ शोयब अख़्तर लिखते हैं “यह नतीजा 22 साल के अथक प्रयास और दृढ़ निश्चय का नतीजा है, इमरान ख़ान बहुत-बहुत बधाई हो, आपने कर दिखाया।”

शहीद अफ्रीदी लिखते हैं “पी.टा.आई को इस ऐतिहासिक जीत के लिए बहुत बधाई हो यह 22 साल के प्रयासों का आखिरकार फल मिला। पाकिस्तानियों को आपसे बहुत उम्मीदें है, मुझे विश्वास है आप उन पर ख़रे उतरोगे। मैं सारे राजनीतिक दलों और मीडिया से गुज़ारिश करता हूँ कि इस नतीजे को स्वीकार करें।”

शाहिद अफ्रिदी तमाम राजनीतिक दलों को आए नतीजों में भरोसा करने की इसलिए गुज़ारिश कर रहें हैं क्योंकि पाकिस्तान के लगभग तमाम बड़े राजनीतिक दल चुनाव को धांधली बता रहें है।

शहबाज़ शरीफ ने ट्वीट कर कहा है कि “हम इस चुनाव के नतीजों को कतई नहीं मानते। चुनाव में बड़े स्तर पर अनियमताएँ बर्ती गई हैं। हमारे सभी पोल एजेंटस को गिनती के वक्त बूथ से जाने के लिए कहा गया, यह हरकत हम कतई बर्दाशत नहीं करेंगे”।

Pakistan
Pakistan elections
Elections
PTI

Related Stories

जम्मू-कश्मीर के भीतर आरक्षित सीटों का एक संक्षिप्त इतिहास

पाकिस्तान में बलूच छात्रों पर बढ़ता उत्पीड़न, बार-बार जबरिया अपहरण के विरोध में हुआ प्रदर्शन

चुनाव से पहले गुजरात में सांप्रदायिकता तनाव, उन जिलों में दंगों की कोशिश जहां भाजपा मजबूत नहीं

श्रीलंका का संकट सभी दक्षिण एशियाई देशों के लिए चेतावनी

रूस पर बाइडेन के युद्ध की एशियाई दोष रेखाएं

शहबाज़ शरीफ़ पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री निर्वाचित

कार्टून क्लिक: इमरान को हिन्दुस्तान पसंद है...

इमरान के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के लिए पाक संसद का सत्र शुरू

पकिस्तान: उच्चतम न्यायालय से झटके के बाद इमरान ने बुलाई कैबिनेट की मीटिंग

पाकिस्तान के राजनीतिक संकट का ख़म्याज़ा समय से पहले चुनाव कराये जाने से कहीं बड़ा होगा


बाकी खबरें

  • निखिल करिअप्पा
    कर्नाटक : कच्चे माल की बढ़ती क़ीमतों से प्लास्टिक उत्पादक इकाईयों को करना पड़ रहा है दिक़्क़तों का सामना
    02 May 2022
    गलाकाट प्रतियोगिता और कच्चे माल की क़ीमतों में बढ़ोत्तरी ने लघु औद्योगिक इकाईयों को बहुत ज़्यादा दबाव में डाल दिया है।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    बिजली संकट को लेकर आंदोलनों का दौर शुरू
    02 May 2022
    पूरा देश इन दिनों बिजली संकट से जूझ रहा है। कोयले की प्रचुर मात्रा होने के बावजूद भी पावर प्लांट में कोयले की कमी बनी हुई है। इसे लेकर देश के कई इलाके में विरोध शुरू हो गए हैं।  
  • सतीश भारतीय
    मध्यप्रदेश के कुछ इलाकों में सैलून वाले आज भी नहीं काटते दलितों के बाल!
    02 May 2022
    भारतीय संविधान का अनुच्छेद 14 भारत के हर नागरिक को समानता का दर्जा देता है। मगर हक़ीक़त यह है कि आजादी के 75 वर्ष बाद भी दलित आवाम असमानताओं में जीने को विवश है। आज भी ऊंची जाति ने दलित समाज को सिर के…
  • पीपल्स डिस्पैच
    "एएलबीए मूल रूप से साम्राज्यवाद विरोधी है": सच्चा लोरेंटी
    02 May 2022
    एएलबीए मूवमेंट्स की तीसरी कंटिनेंटल असेंबली के दौरान संबद्ध मंचों ने एकता स्थापित करने और साम्राज्यवाद व पूंजीवाद के ख़िलाफ़ एक साथ लड़ने की अहमियत के बारे में चर्चा की।
  • राजु कुमार
    6 से 9 जून तक भोपाल में होगी 17वीं अखिल भारतीय जन विज्ञान कांग्रेस
    02 May 2022
    “भारत का विचार : वैज्ञानिक स्वभाव, आत्मनिर्भरता और विकास“ के साथ-साथ देश की वर्तमान चुनौतियों पर मंथन एवं संवाद के लिए 600 से अधिक जन विज्ञान कार्यकर्ता एवं वैज्ञानिक शिरकत करेंगे।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License