NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
फेडकुटा (FEDCUTA) सरकार की नीतियों से ख़फा, जनवरी के अंत में राष्ट्र स्तरीय विरोध की घोषणा
संगठन के मुताबिक, मानव संसाधन विकास मंत्रालय सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों को स्व-वित्तपोषण पाठ्यक्रमों (यानी अपना खर्चा खुद उठाओ) और छात्रों की फीस में वृद्धि के ज़रिए खुद संसाधन जुटाने को मजबूर कर रहा है.
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
28 Nov 2017
Translated by महेश कुमार
higher education

सार्वजनिक रूप से आर्थिक सहयोग प्राप्त शिक्षा (सरकारी शिक्षा) और उच्च शैक्षणिक संस्थानों पर अभूतपूर्व हमलों के खिलाफ विरोध कार्यवाही को तेज करते हुए, फेडरेशन ऑफ सेंट्रल यूनिवर्सिटी 'टीचर्स एसोसिएशन (फेडकुटा) ने जनवरी के अंत में अखिल भारतीय आंदोलन के लिए आह्वान किया है.

फेडकुटा ने उच्च शिक्षा को आर्थिक मदद देने वाली एजेंसी की स्थापना, और वर्गीकृत स्वायत्तता पर प्रस्तावित नियमों का संज्ञान लेते हुए, कहा कि केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों को आत्म-वित्तपोषण (अपना खर्च खुद उठाओ) पाठ्यक्रमों और छात्रों की शुल्क वृद्धि के माध्यम से संसाधनों को पैदा करने के लिए मजबूर कर रही है. फेडकुटा की राष्ट्रीय कार्यकारी ने इन नीतियों पर अपनी असहमति व्यक्त की है.

रविवार को जामिया मिलिया में आयोजित फेडकुटा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की हुयी बैठक में भी इस तरह के विरोध का उल्लेख किया गया था जिसमें हितधारकों (Stakeholders) के साथ कोई भी परामर्श किये बिना शिक्षा विरोधी नियमों को लागू किया जा रहा है.

राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के दौरान, फेडकुटा कार्यकारिणी ने अपनी मांग को दोहराया कि सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों के वैधानिक निकायों में प्रतिनिधित्व चुना जाना चाहिए और विश्व भारती सहित सभी विश्वविधालयों में कुलपति की नियुक्ति  स्थायी होनी चाहिए.

बैठक में शिक्षकों के लिए जारी 7 वें वेतन संशोधन अधिसूचना पर भी चर्चा हुई और उन्होंने इस बात की निंदा की कि यह  पहली बार हुआ है जब सरकार ने यू.जी.सी. वेतन समीक्षा समिति की रपट को सार्वजनिक करने से इनकार कर दिया है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने निराशा के साथ यह भी नोट किया कि एम. फिल / पी.एच.डी. स्कोलार्स के लिए उनको दी जा रही आर्थिक मदद में की गयी वृद्धि भी हटा दी गई और 6 वें वेतन संशोधन की विसंगतियों का भी निपटारा नहीं किया गया. इसे कुछ और नहीं बल्कि केवल शिक्षण पेशे को नीचे के स्तर पर धकेलना कहा जाएगा

प्रेस को जारी एक विज्ञप्ति में फेडकुटा ने कहा कि जनवरी के अंत में या फिर फरवरी की शुरुआत में, यू.जी.सी. (विश्वविधालय अनुदान आयोग) के समक्ष ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ यूनिवर्सिटी और कॉलेज टीचर्स संगठनों (ए.आई.एफ.यू.सी,टी.ए.) के साथ मिलकर अखिल भारतीय आंदोलन की शुरवात करेगा और संसद के बजट सत्र के दौरान उपरोक्त सभी मांगों को उजागर करेगा.

देश भर में विरोध प्रदर्शन के दिए गए आह्वान के तहत पूरे देश में हाल ही के महीनों में काफी विरोध प्रदर्शन हुए. 21 नवंबर को, दिल्ली यूनिवर्सिटी टीचर एसोसिएशन (डूटा) ने मंडी हाउस से एम.एच.आर.दडी. तक एक मार्च का आयोजन किया था.

"उच्च शिक्षा अभियान बचाओ" के भाग के रूप में, ए.आई.एफ.यू.सी.टी.ओ. और फेडकुटा के सभी सहयोगी संगठन 30 नवंबर को पूरे देश में धरना का आयोजन करेंगे. धरनों के साथ-साथ, शिक्षक हस्ताक्षर अभियान भी चलाएंगे और सम्बंधित दस्तावेजों को एम.एच.आर.डी. में भेज देंगे. 12 दिसंबर को फिर से, इसी अभियान के तहत हर राज्य मुख्यालय में धरना और रैलियों का आयोजन किया जाएगा.

Fedcuta
Higher education
modi sarkar
privatization of education

Related Stories

बच्चे नहीं, शिक्षकों का मूल्यांकन करें तो पता चलेगा शिक्षा का स्तर

डीयूः नियमित प्राचार्य न होने की स्थिति में भर्ती पर रोक; स्टाफ, शिक्षकों में नाराज़गी

नई शिक्षा नीति से सधेगा काॅरपोरेट हित

नई शिक्षा नीति का ख़ामियाज़ा पीढ़ियाँ भुगतेंगी - अंबर हबीब

बिहारः प्राइवेट स्कूलों और प्राइवेट आईटीआई में शिक्षा महंगी, अभिभावकों को ख़र्च करने होंगे ज़्यादा पैसे

शिक्षाविदों का कहना है कि यूजीसी का मसौदा ढांचा अनुसंधान के लिए विनाशकारी साबित होगा

शिक्षा बजट: डिजिटल डिवाइड से शिक्षा तक पहुँच, उसकी गुणवत्ता दूभर

शिक्षा बजट पर खर्च की ज़मीनी हक़ीक़त क्या है? 

पुडुचेरी विवि में 2 साल पहले के प्रदर्शन में शामिल होने के लिए 11 छात्रों को सज़ा

मतदाता पहचान कार्ड, सूची को आधार से जोड़ने सहित चुनाव सुधार संबंधी विधेयक को लोकसभा की मंजूरी


बाकी खबरें

  • कैथरीन स्काएर, तारक गुईज़ानी, सौम्या मारजाउक
    अब ट्यूनीशिया के लोकतंत्र को कौन बचाएगा?
    30 Apr 2022
    ट्यूनीशिया के राष्ट्रपति धीरे-धीरे एक तख़्तापलट को अंजाम दे रहे हैं। कड़े संघर्ष के बाद हासिल किए गए लोकतांत्रिक अधिकारों को वे धीरे-धीरे ध्वस्त कर रहे हैं। अब जब ट्यूनीशिया की अर्थव्यवस्था खस्ता…
  • international news
    न्यूज़क्लिक टीम
    रूस-यूक्रैन संघर्षः जंग ही चाहते हैं जंगखोर और श्रीलंका में विरोध हुआ धारदार
    29 Apr 2022
    पड़ताल दुनिया भर की में वरिष्ठ पत्रकार ने पड़ोसी देश श्रीलंका को डुबोने वाली ताकतों-नीतियों के साथ-साथ दोषी सत्ता के खिलाफ छिड़े आंदोलन पर न्यूज़ क्लिक के प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ से चर्चा की।…
  • NEP
    न्यूज़क्लिक टीम
    नई शिक्षा नीति बनाने वालों को शिक्षा की समझ नहीं - अनिता रामपाल
    29 Apr 2022
    नई शिक्षा नीति के अंतर्गत उच्च शिक्षा में कार्यक्रमों का स्वरूप अब स्पष्ट हो चला है. ये साफ़ पता चल रहा है कि शिक्षा में ये बदलाव गरीब छात्रों के लिए हानिकारक है चाहे वो एक समान प्रवेश परीक्षा हो या…
  • abhisar sharma
    न्यूज़क्लिक टीम
    अगर सरकार की नीयत हो तो दंगे रोके जा सकते हैं !
    29 Apr 2022
    बोल के लब आज़ाद हैं तेरे के इस अंक में अभिसार बात कर रहे हैं कि अगर सरकार चाहे तो सांप्रदायिक तनाव को दूर कर एक बेहतर देश का निर्माण किया जा सकता है।
  • दीपक प्रकाश
    कॉमन एंट्रेंस टेस्ट से जितने लाभ नहीं, उतनी उसमें ख़ामियाँ हैं  
    29 Apr 2022
    यूजीसी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट पर लगातार जोर दे रहा है, हालाँकि किसी भी हितधारक ने इसकी मांग नहीं की है। इस परीक्षा का मुख्य ज़ोर एनईपी 2020 की महत्ता को कमजोर करता है, रटंत-विद्या को बढ़ावा देता है और…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License