यूजीसी का चार साल का स्नातक कार्यक्रम का ड्राफ़्ट विवादों में है. विश्वविद्यालयों के अध्यापक आरोप लगा रहे है कि ड्राफ़्ट में कोई निरंतरता नहीं है और नीति की ज़्यादातर सामग्री विदेशी विश्वविद्यालयों के कार्यक्रमों से हुबहू उठा ली गई है. अंबर हबीब ने इस पूरी नीति का सबसे पहले खुलासा किया. वे मानते है कि नए कार्यक्रम में छात्रों के पास सीखने के लिए बहुत कम विकल्प है.