NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम ‘मन की बात’ में दिखाया गया फ़र्ज़ी दावे वाला वीडियो
जिस क्लिप को ‘मन की बात’ में दिखाया गया उसमें फ़रीदाबाद के सर्वोदय हॉस्पिटल के डॉक्टर आलोक सेठी हैं. ये वीडियो हाल ही में बहुत वायरल हो रहा था और ऑल्ट न्यूज़ ने इसका फ़ैक्ट-चेक भी किया था.
जिग्नेश पटेल
30 Apr 2021
नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम ‘मन की बात’ में दिखाया गया फ़र्ज़ी दावे वाला वीडियो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ के 76वें एपिसोड में कोविड महामारी पर चर्चा की और लोगों को मेडिकल सहायता लेने की सलाह दी.

इस एपिसोड में 28 सेकंड पर प्रधानमंत्री कहते हैं कि डॉक्टर्स भी सोशल मीडिया के ज़रिये लोगों को सूचित करने का काम कर रहे हैं और फ़ोन, व्हाट्सऐप आदि पर कांउसलिंग कर रहे हैं. जब वो ये बोल रहे थे तब स्क्रीन पर एक वीडियो चलाया जा रहा था जिसमें एक डॉक्टर बता रहा है कि कैसे ऑक्सीजन सिलिंडर की जगह नेब्युलाइज़र का इस्तेमाल किया जा सकता है. ये वीडियो नरेंद्र मोदी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया है.

इस वीडियो का दावा फ़र्ज़ी है जिसका फ़ैक्ट-चेक भी किया जा चुका है

जिस क्लिप को ‘मन की बात’ में दिखाया गया उसमें फ़रीदाबाद के सर्वोदय हॉस्पिटल के डॉक्टर आलोक सेठी हैं. ये वीडियो हाल ही में बहुत वायरल हो रहा था और ऑल्ट न्यूज़ ने इसका फ़ैक्ट-चेक भी किया था.

सर्वोदय हॉस्पिटल, फ़रीदाबाद ने वायरल वीडियो में किये गये दावों को ग़लत बताया है. उन्होंने बयान जारी कर कहा, “इस वीडियो की सच्चाई का कोई सबूत या वैज्ञानिक आधार नहीं है… कृपया अपने डॉक्टर के सलाह बगैर कोई ऐसी तरकीब न अपनाएं. इससे स्वास्थ्य और नाज़ुक हो सकता है.”

Always consult a medical practitioner before following any #medication practice, especially for #treatment of severe conditions. Do not fall prey to any information without an authorized source.#awareness #SarvodayaHealthcare #SHRC pic.twitter.com/itTVLfYqkd

— Sarvodaya Healthcare (@Sarvodaya_Care) April 23, 2021

नेब्युलाइज़र का इस्तेमाल ऑक्सीजन की जगह नहीं हो सकता

USA के सेंटर्स फ़ॉर डिजीज़ कण्ट्रोल ऐंड प्रिवेंशन के मुताबिक, नेब्युलाइज़र ऐसा डिवाइस है जो तरल दवाई को छोटे ड्रॉप्लेट्स में तब्दील करता है ताकि उसे कुछ मिनटों में फेफड़ों तक पहुंचाया जा सके. अस्थमा रोगी और ऐसी अन्य बीमारियों से जूझ रहे लोगों को दवाई देने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है.

स्कॉटलैंड के नेशनल हेल्थ सर्विस के डॉक्टर अविरल वत्स ने वायरल वीडियो को कोट-ट्वीट करते हुए इसके दावों को ग़लत बताया.

कृपया इसे ऑक्सीजन का विकल्प बिलकुल न कहें।

नाहक जाने जा सकती हैं।

यह नेबुलिसेर है जो दवाई को छोटे ड्रॉप्लेट्स में तब्दील करता है ताकि उसे फेफड़ों की गहरायी तक पहुँचाया जा सके. इसके साथ ऑक्सीजन सिलिंडर कई बार लगाना पड़ता है। https://t.co/di0TStbB05

— Aviral Vatsa , MBBS, DESS, PhD (@DocVatsa) April 24, 2021

मेदान्ता हॉस्पिटल के सर्जन और ग्रुप चेयरमैन डॉ अरविंदर सिंह ने भी ट्वीट कर वायरल वीडियो को फ़र्ज़ी बताया और लिखा, “जिस वीडियो में रक्त में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाने के लिए ऑक्सीजन सिलिंडर की जगह नेब्युलाइज़र का प्रयोग करने कहा जा रहा है वो बिल्कुल निराधार है.”

The video demonstrating a purported technique that can substitute a nebulizer machine for an oxygen cylinder to improve blood oxygen levels is totally baseless. It should be discredited.

— Dr. Arvinder Singh Soin (@ArvinderSoin) April 24, 2021

ऑल्ट न्यूज़ साइंस की फ़ाउंडिंग एडिटर सुमैया शेख के मुताबिक, “नेब्युलाइज़र के इस्तेमाल से अल्विओली को थोड़ा-बहुत फैलाया जा सकता है जिसमें अधिकतर में तरल भरा होता है और अल्विओली हल्का-सा फैल जाता है. लेकिन ये सिर्फ़ थोड़े समय के लिए है जब कोई ऑक्सीजन मिलने का इंतज़ार कर रहा हो. एयर नेब्युलाइज़र निश्चित रूप से ऑक्सीजन की जगह नहीं ले सकता है.”

वीडियो में दिख रहे डॉक्टर ने भी दावे को ग़लत बताया

इंडिया टुडे ने वीडियो में दिख रहे डॉक्टर आलोक सेठी से बात की जो फ़रीदाबाद के सर्वोदय हॉस्पिटल के कार्डिएक विभाग में जूनियर डॉक्टर हैं. उन्होंने चैनल को बताया कि वो लोगों को इसके वायरल होने के समय से ही चेतावनी दे रहे हैं. वीडियो में ऑक्सीजन सिलिंडर की जगह नेब्युलाइज़र के प्रयोग की बात ख़ारिज करते हुए उन्होंने बताया कि ये वीडियो उन्होंने एक व्यक्ति को भेजा था जो अभी पूरी तरह स्थिर है. वीडियो के ज़रिये वो बस बता रहे थे कि नेब्युलाइज़र का प्रयोग कैसे किया जाता है. इसके बारे में बूमलाइव ने भी रिपोर्ट किया था.

पीएम मोदी के ‘मन की बात’ में इस भ्रामक वीडियो चलाया गया जिसमें कहा गया कि ऑक्सीजन की जगह नेब्युलाइज़र का इस्तेमाल कर सकते हैं. ये दावा निराधार है.

साभार : ऑल्ट न्यूज़

fact check
mann ki baat
Narendra modi
Fake video

Related Stories

तिरछी नज़र: सरकार जी के आठ वर्ष

कटाक्ष: मोदी जी का राज और कश्मीरी पंडित

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

भारत के निर्यात प्रतिबंध को लेकर चल रही राजनीति

गैर-लोकतांत्रिक शिक्षानीति का बढ़ता विरोध: कर्नाटक के बुद्धिजीवियों ने रास्ता दिखाया

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !

PM की इतनी बेअदबी क्यों कर रहे हैं CM? आख़िर कौन है ज़िम्मेदार?

छात्र संसद: "नई शिक्षा नीति आधुनिक युग में एकलव्य बनाने वाला दस्तावेज़"

भाजपा के लिए सिर्फ़ वोट बैंक है मुसलमान?... संसद भेजने से करती है परहेज़

हिमाचल में हाती समूह को आदिवासी समूह घोषित करने की तैयारी, क्या हैं इसके नुक़सान? 


बाकी खबरें

  • सोनिया यादव
    समलैंगिक साथ रहने के लिए 'आज़ाद’, केरल हाई कोर्ट का फैसला एक मिसाल
    02 Jun 2022
    साल 2018 में सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद भी एलजीबीटी कम्युनिटी के लोग देश में भेदभाव का सामना करते हैं, उन्हें एॉब्नार्मल माना जाता है। ऐसे में एक लेस्बियन कपल को एक साथ रहने की अनुमति…
  • समृद्धि साकुनिया
    कैसे चक्रवात 'असानी' ने बरपाया कहर और सालाना बाढ़ ने क्यों तबाह किया असम को
    02 Jun 2022
    'असानी' चक्रवात आने की संभावना आगामी मानसून में बतायी जा रही थी। लेकिन चक्रवात की वजह से खतरनाक किस्म की बाढ़ मानसून से पहले ही आ गयी। तकरीबन पांच लाख इस बाढ़ के शिकार बने। इनमें हरेक पांचवां पीड़ित एक…
  • बिजयानी मिश्रा
    2019 में हुआ हैदराबाद का एनकाउंटर और पुलिसिया ताक़त की मनमानी
    02 Jun 2022
    पुलिस एनकाउंटरों को रोकने के लिए हमें पुलिस द्वारा किए जाने वाले व्यवहार में बदलाव लाना होगा। इस तरह की हत्याएं न्याय और समता के अधिकार को ख़त्म कर सकती हैं और इनसे आपात ढंग से निपटने की ज़रूरत है।
  • रवि शंकर दुबे
    गुजरात: भाजपा के हुए हार्दिक पटेल… पाटीदार किसके होंगे?
    02 Jun 2022
    गुजरात में पाटीदार समाज के बड़े नेता हार्दिक पटेल ने भाजपा का दामन थाम लिया है। अब देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले चुनावों में पाटीदार किसका साथ देते हैं।
  • सरोजिनी बिष्ट
    उत्तर प्रदेश: "सरकार हमें नियुक्ति दे या मुक्ति दे"  इच्छामृत्यु की माँग करते हजारों बेरोजगार युवा
    02 Jun 2022
    "अब हमें नियुक्ति दो या मुक्ति दो " ऐसा कहने वाले ये आरक्षित वर्ग के वे 6800 अभ्यर्थी हैं जिनका नाम शिक्षक चयन सूची में आ चुका है, बस अब जरूरी है तो इतना कि इन्हे जिला अवंटित कर इनकी नियुक्ति कर दी…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License