NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
शिक्षा
पुस्तकें
भारत
राजनीति
राज्यसभा में उठी उच्च शिक्षण संस्थानों में पुरानी आरक्षण प्रणाली बहाल करने की मांग
सपा के जावेद अली खान ने शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि इस मुद्दे पर सदन में चर्चा हुई थी और आठ फरवरी को मानव संसाधन विकास मंत्री ने आश्वासन दिया था कि 13 प्वाइंट रोस्टर प्रणाली पर रोक लगा कर, 200 प्वाइंट वाली पुरानी प्रणाली लाई जाएगी। 
भाषा
27 Jun 2019
Sansad
फोटो साभार: Amar Ujala

अनुसूचित जाति, जनजाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग को 50 फीसदी आरक्षण दिए बिना ही अध्यापकों की रिक्तियां भरने के लिए चार विश्वविद्यालयों द्वारा विज्ञापन दिए जाने का मुद्दा बृहस्पतिवार को राज्यसभा में उठाया गया और सभापति एम वेंकैया नायडू ने सरकार को इस बारे में विचार करने का निर्देश दिया।

सपा के जावेद अली खान ने शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि इस मुद्दे पर सदन में चर्चा हुई थी और आठ फरवरी को मानव संसाधन विकास मंत्री ने आश्वासन दिया था कि 13 प्वाइंट रोस्टर प्रणाली पर रोक लगा कर, 200 प्वाइंट वाली पुरानी प्रणाली लाई जाएगी। 

उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा वाले सार्वजनिक संस्थानों में अध्यापकों के पद पर आरक्षण के लिए पुरानी प्रणाली बहाल करने की खातिर मार्च में सरकार ने अध्यादेश भी जारी किया था।

इसके बावजूद चार विश्वविद्यालयों ने अध्यापकों की भर्ती के लिए जो विज्ञापन दिए गए उनमें अजा, अजजा और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए समुचित आरक्षण व्यवस्था नहीं थी।

जावेद अली खान ने पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, कर्नाटक विश्वविद्यालय, तमिलनाडु विश्वविद्यालय और मध्यप्रदेश के अमरकंटक में स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय ने सहायक प्राध्यापक, एसोसिएट प्राध्यापक और प्राध्यापक के पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन दिए। इन विज्ञापनों में उनमें अजा, अजजा और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए समुचित आरक्षण नहीं था। 

खान ने कहा कि विज्ञापन में अजा और अजजा श्रेणी में मानक से कम आरक्षण था और अन्य पिछडा वर्ग के लिए सीट ही नहीं थी। जबकि केंद्रीय आरक्षण प्रणाली में अनुसूचित जातियों के लिए 15 फीसदी कोटे का, अनुसूचित जनजातियों के लिए 7.5 फीसदी कोटे का और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 27 फीसदी कोटे का प्रावधान है।

सपा सदस्य ने सरकार से पुरानी आरक्षण प्रणाली बहाल करने और यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि आरक्षित वर्गों को उनका हक मिले।

नायडू ने सदन के नेता थावरचंद गहलोत से कहा कि वह सरकार से इस मुद्दे को देखने और समाधान निकालने के लिए कहे।

‘13-point roster’
Higher education
Education Rights
MHRD
HRD minister

Related Stories

बच्चे नहीं, शिक्षकों का मूल्यांकन करें तो पता चलेगा शिक्षा का स्तर

डीयूः नियमित प्राचार्य न होने की स्थिति में भर्ती पर रोक; स्टाफ, शिक्षकों में नाराज़गी

नई शिक्षा नीति का ख़ामियाज़ा पीढ़ियाँ भुगतेंगी - अंबर हबीब

शिक्षाविदों का कहना है कि यूजीसी का मसौदा ढांचा अनुसंधान के लिए विनाशकारी साबित होगा

शिक्षा बजट: डिजिटल डिवाइड से शिक्षा तक पहुँच, उसकी गुणवत्ता दूभर

शिक्षा बजट पर खर्च की ज़मीनी हक़ीक़त क्या है? 

पुडुचेरी विवि में 2 साल पहले के प्रदर्शन में शामिल होने के लिए 11 छात्रों को सज़ा

इस साल और कठिन क्यों हो रही है उच्च शिक्षा की डगर?

इग्नू के नये ज्योतिष पाठ्यक्रम पर वैज्ञानिकों और बौद्धिकों की प्रतिक्रियायें

केंद्रीय विश्वविद्यालयों में अध्यापक नहीं होंगे तो पढ़ाई कहां से होगी?


बाकी खबरें

  • वसीम अकरम त्यागी
    विशेष: कौन लौटाएगा अब्दुल सुब्हान के आठ साल, कौन लौटाएगा वो पहली सी ज़िंदगी
    26 May 2022
    अब्दुल सुब्हान वही शख्स हैं जिन्होंने अपनी ज़िंदगी के बेशक़ीमती आठ साल आतंकवाद के आरोप में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बिताए हैं। 10 मई 2022 को वे आतंकवाद के आरोपों से बरी होकर अपने गांव पहुंचे हैं।
  • एम. के. भद्रकुमार
    हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आईपीईएफ़ पर दूसरे देशों को साथ लाना कठिन कार्य होगा
    26 May 2022
    "इंडो-पैसिफ़िक इकनॉमिक फ़्रेमवर्क" बाइडेन प्रशासन द्वारा व्याकुल होकर उठाया गया कदम दिखाई देता है, जिसकी मंशा एशिया में चीन को संतुलित करने वाले विश्वसनीय साझेदार के तौर पर अमेरिका की आर्थिक स्थिति को…
  • अनिल जैन
    मोदी के आठ साल: सांप्रदायिक नफ़रत और हिंसा पर क्यों नहीं टूटती चुप्पी?
    26 May 2022
    इन आठ सालों के दौरान मोदी सरकार के एक हाथ में विकास का झंडा, दूसरे हाथ में नफ़रत का एजेंडा और होठों पर हिंदुत्ववादी राष्ट्रवाद का मंत्र रहा है।
  • सोनिया यादव
    क्या वाकई 'यूपी पुलिस दबिश देने नहीं, बल्कि दबंगई दिखाने जाती है'?
    26 May 2022
    एक बार फिर यूपी पुलिस की दबिश सवालों के घेरे में है। बागपत में जिले के छपरौली क्षेत्र में पुलिस की दबिश के दौरान आरोपी की मां और दो बहनों द्वारा कथित तौर पर जहर खाने से मौत मामला सामने आया है।
  • सी. सरतचंद
    विश्व खाद्य संकट: कारण, इसके नतीजे और समाधान
    26 May 2022
    युद्ध ने खाद्य संकट को और तीक्ष्ण कर दिया है, लेकिन इसे खत्म करने के लिए, संयुक्त राज्य अमेरिका को सबसे पहले इस बात को समझना होगा कि यूक्रेन में जारी संघर्ष का कोई भी सैन्य समाधान रूस की हार की इसकी…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License