ऑनलाइन सुरक्षा, प्राइवेसी के दावों में एक बड़ा सूराख़ नज़र आया जब ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी का ही अकाउंट हैक कर लिया गया।
हैकर ने इन ट्वीट के ज़रिये जैक पर नस्ली टिप्पणी की और उनके मुख्यालय में बम होने की अफ़वाह भी उड़ाई। अकाउंट हैक होने का पता चलने के बाद ये ट्वीट डिलीट कर दिए गए।
कुछ ट्वीट में #चकलिंगस्क्वैड लिखा हुआ था। ऐसा माना जा रहा है कि यह हैकर्स का एक समूह है।
हैकर समूह ने नाज़ी जर्मनी के समर्थन में भी ट्वीट किए।
इस पूरे मामले पर ट्विटर के एक प्रवक्ता ने कहा, '‘हम जानते हैं कि जैक डोर्सी का अकाउंट हैक हुआ है और हम इसकी जांच कर रहे हैं।’’
इसके बाद ट्विटर ने ट्वीट कर के जानकारी दी अब जैक का अकाउंट का सुरक्षित है।
इसके बाद कुछ ट्विटर यूज़र ने ट्वीट करके सवाल किए कि दो प्रकार से सत्यापन का तरीक़ा ट्विटर के सह-संस्थापक का अकाउंट सुरक्षित क्यों नहीं रख पाया।
इस पूरे मामले के बाद एक बड़ा सवाल ये पैदा होता है कि ट्विटर के सीईओ का अकाउंट ही सुरक्षित नहीं है, तो बाक़ी आबादी की सुरक्षा का क्या होगा?