दिल्ली में हुए दंगो में 50 से अधिक लोगो की जान गई है और सैकड़ों घायल हैं। पुलिस और दिल्ली प्रशासन पर भी अनेक सवालिया निशान खड़े किए गए हैं। वही दूसरी तरफ न ही कोर्ट और संसद ने इसे उठाने में ज़्यादा दिलचस्पी दिखाई है। इन्ही सब मुद्दों पर न्यूज़क्लिक ने सीपीआई(एम ) की पोलित ब्यूरो सदस्य बृंदा करात से बात की।