2017 और 2019 में भाजपा ने सपा और बसपा के वोट बैंक में सेंध लगाई थी। दोनों ही पार्टियों पर आरोप है कि सत्ता में आने के बाद उन्होंने समाज के निचले तबके के लिए कुछ ख़ास काम नहीं किया जिसका फायदा भाजपा ने उठाया। क्या आने वाले चुनावों में भाजपा इसे दोहरा पाएगी? बता रहे हैं ऑनिंद्यो