अपने देश में चौतरफ़ा मुसीबतों से घिरे और आलोचना का पात्र बन रहे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हमें मदद का भरोसा दिला रहे हैं।
अमेरिका आज कोरोना महामारी और आर्थिक संकट के साथ अपने काले नागरिकों की पुलिस हत्याओं के विरोध में उपजे जनाक्रोश का भी सामना कर रहा है। और इस सबको राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नाकामी माना जा रहा है। बताया जाता है कि अपनी जनता के आक्रोश से बचने के लिए उन्हें बंकर तक में छुपना पड़ा। लेकिन इस सबसे खुद को बेख़बर दिखाने की कोशिश करते हुए ट्रंप महोदय भारत को चीन के मुद्दे पर मध्यस्थता करने का प्रस्ताव दे रहे हैं, जिसे भारत ख़ारिज कर चुका है। भारत तो इससे पहले ये भी ख़ारिज कर चुका है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस संबंध में ट्रंप से कोई बातचीत भी हुई है। इस सबके बीच अब आधिकारिक ख़बर है कि ट्रंप ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर बात की। दोनों नेताओं के बीच 25 मिनट से भी ज्यादा वक़्त तक कई मुद्दों पर चर्चा हुई।