खोज ख़बर में वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह ने सांप्रदायिक रंग में चुनाव को रंगने की भाजपा की कोशिशों पर बात रखते हुए बताया कि किस तरह से फ्रीडम इंडेक्स पर देश नीचे जा रहा है। एक तरफ जहां अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमले तीखे हुए हैं, वहीं पत्रकारिता को बेबाकी से जिंदा रखने का काम स्वतंत्र पत्रकार मनदीप पुनिया और रिपोर्टर्स कलेक्टिव से जुड़ी सृष्टि जसवाल जैसे नौजवान कर रहे हैं। दोनों से न्यूज़क्लिक के लिए की ख़ास बातचीत।