बुल्गेरियन सोशलिस्ट पार्टी (बीएसपी) के नेता कोर्नेलिया निनोवा ने सरकार से तुरंत इस्तीफ़ा देने और चुनाव का सामना करने के लिए कहा।
बुधवार 15 जुलाई को बुल्गारिया की सोशलिस्ट पार्टी (बीएसपी) ने प्रधानमंत्री बोयको बोरिसोव और उनकी सरकार के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। बुलगारिया की संसद की प्रमुख विपक्षी पार्टी बीएसपी ने सरकार और देश के शीर्ष अभियोजक पर भ्रष्टाचार, सत्तावादी शासन और आपराधिक समूहों पर निर्भरता का आरोप लगाया है।
कन्जर्वेटिव गठबंधन सरकार के इस्तीफ़े की मांग को लेकर बुल्गारिया की राजधानी सोफिया में पहले से ही बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। विरोध प्रदर्शनों और झड़पों के मद्देनजर राष्ट्रपति रूमेन रादेव ने भी राष्ट्र के नाम एक संबोधन में प्रधानमंत्री बोयको बोरिसोव और मुख्य अभियोजक इवान गेशेव के इस्तीफ़े की मांग की है।
बीएसपी नेता कोर्नेलिया निनोवा ने मीडिया से कहा कि “सरकार को तुरंत इस्तीफ़ा दे देना चाहिए और चुनाव का सामना करना चाहिए। विरोध करने वाले लोग इससे ज़्यादा कुछ नहीं चाहते हैं। वे वास्तविक परिवर्तन चाहते हैं।”
बुल्गारियन नेशनल मूवमेंट- नेशनल फ्रंट ऑफ़ साल्वेशन (आईएमआरओ-एनएफएसबी) और अटैक पार्टी वाले गठबंधन में कन्जर्वेटिव जीईआरबी से बुल्गारिया में मौजूदा सरकार का नेतृत्व बोयको बोरिसोव द्वारा किया जाता है। बोरिसोव 2009 से सत्ता में हैं और उनका तीसरा कार्यकाल अगले साल मार्च महीने में समाप्त होने वाला है। बोरिसोव की पिछली सरकारों पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे और एक DW.com की रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में स्पेनिश अभियोजकों द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग स्कीम में कथित भागीदारी को लेकर बोरिसोव की जांच की जा रही है।
मूवमेंट फॉर राइट्स एंड फ़्रीडम (एमआरएफ) के पूर्व नेता अहमद डोगन द्वारा कथित अतिक्रमणों के लिए सरकार के समर्थन के कारण चल रहे विरोध प्रदर्शन तेज़ हो गए हैं। देश के राष्ट्रपति के कार्यालय ने भी इस मुद्दे पर सरकार के ख़िलाफ़ प्रतिक्रिया दी है। ये सरकार हमेशा राष्ट्रपति रुमेन रादेव के साथ भिड़ती रही है जो बुल्गेरियन सोशलिस्ट पार्टी के समर्थन से चुने गए थे। इन दोनों की बीच टकराव पिछले सप्ताह तब बढ़ गया जब मुख्य अभियोजक इवान गेशेव ने पद का इस्तेमाल करने के संदेह में राष्ट्रपति के मुख्यालय पर छापा मारने और उनके दो सहयोगियों की गिरफ्तारी का आदेश दिया था। इस तरह के फैसले को व्यापक रूप से प्रधानमंत्री द्वारा जानबूझकर बुल्गेरियाई राष्ट्रपति को डराने के प्रयास के रूप में माना गया था।