बिहार चुनाव पर न्यूज़क्लिक ने वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनैतिक विश्लेषक शंकर रघुरमन से बात की. शंकर के अनुसार भाजपा की करारी शिकस्त का कारण न केवल सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीती का विफल होना बल्कि विपक्षी दलों का एक साथ आना भी है. साथ ही मोदी सरकार के खोखले वादों की भी पोल जनता के सामने खुल गई है. शंकर मानते हैं कि अगर भाजपा के द्वारा दिए गए वक्तव्य को ध्यान में रखा जाए तो आरएसएस का सांप्रदायिक एजेंडा और तीव्र रूप से उभर कर सामने आएगा. क्योंकि भाजपा सांप्रदायिक मुद्दों को हार का कारण नहीं मानती है. शंकर ने परिणाम के आर्थिक एवं राजनैतिक पहलु पर भी चर्चा की.