21 जून को कोलकाता हाई कोर्ट ने बंगाल चुनाव के बाद हुई हिंसा की जांच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) से कराने के आदेश पर रोक लगाने की बंगाल सरकार की मांग को खारिज कर दिया. कोर्ट ने 18 जून को मानवाधिकार आयोग को जांच करने और समिति गठित करने के निर्देश दिए थे. इस मामले पर रिपोर्ट करते हुए ‘CNN न्यूज़ 18’ ने 21 जून की शाम 8 बजे टीवी पर एक प्रोग्राम रखा. इस ब्रॉडकास्ट के बारे में ट्वीट करते हुए चैनल ने #BengalVendettaKillings का इस्तेमाल किया. ब्रॉडकास्ट के दौरान चैनल ने हालिया बंगाल हिंसा के बारे में बात करते हुए कुछ तस्वीरों का इस्तेमाल किया जिसमें हिंसा दिख रही है. चैनल ने कहीं भी ये नहीं बताया कि ये सांकेतिक तस्वीरें हैं.
पहली तस्वीर

चैनल ने 7 मिनट 45 सेकंड से 9 मिनट तक, 10 मिनट 55 सेकंड से 11 मिनट 55 सेकंड तक और बाद में भी कई बार ये तस्वीर दिखाते हुए बंगाल में हुई हालिया हिंसा की बात की.
फ़ैक्ट-चेक
मालूम चला कि ये तस्वीर 2018 की है और आसनसोल में रामनवमी के समय भड़की हिंसा की है. द न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने इस तस्वीर का क्रेडिट PTI को दिया है और लिखा है, “रानीगंज के बर्धमान में रामनवमी के जुलूस के बाद भड़की हिंसा के बाद पुलिस पेट्रोल करते हुए.” रिपोर्ट के मुताबिक, इस हिंसा में 2 लोगों की मौत हुई थी और दर्जनों लोग घायल हुए थे. NDTV की 27 मार्च 2018 की रिपोर्ट में भी इस तस्वीर का इस्तेमाल हुआ था.

तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता रिजू दत्ता ने ट्वीट करते हुए लिखा कि CNN न्यूज़ 18 ने 2018 की एक तस्वीर का इस्तेमाल किया है. इसके बाद न्यूज़ 18 ने इन्फ़ोग्राफिक में इस्तेमाल ये तस्वीर डिलीट कर ली.
A reputed Channel like @CNNnews18 using a pic from @ndtv 2018 using hashtags like #BengalVendettaKillings to do a show, in a desperate bid to please some people in Delhi & Malign the image of Bengal…is disgraceful & in extremely bad taste!!
Journalists should have a BACKBONE !! https://t.co/6byUcnhjlu pic.twitter.com/Hyf5bolyO2
— Riju Dutta । ঋজু দত্ত (@DrRijuDutta_TMC) June 21, 2021
दूसरी तस्वीर
बहस की शुरुआत करते हुए चैनल ने ये तस्वीर दिखाई.

फ़ैक्ट-चेक
ये तस्वीर 2019 की है. दिसम्बर 2019 में जब राज्यसभा में नागरिकता संशोधन कानून पास हुआ था, उसके बाद पश्चिम बंगाल और देश के कई हिस्सों में इसके विरोध में प्रदर्शन देखने को मिले थे. ये तस्वीर पश्चिम बंगाल में हुए ऐसे ही एक विरोध प्रदर्शन की है. 16 दिसम्बर 2019 को ‘यूथ की आवाज़‘ और 17 दिसम्बर को ‘द सिटीज़न‘ ने ये तस्वीर छापते हुए नागरिकता संशोधन कानून के ख़िलाफ़ हुए प्रदर्शन की जानकारी दी थी.

पत्रकार तीर्थंकर दास ने ये तस्वीर 16 दिसम्बर, 2019 को ट्वीट करते हुए पश्चिम बंगाल में हिंसा की जानकारी दी थी.
तीसरी तस्वीर

जब ये तस्वीर स्क्रीन पर आयी, ऐंकर आनंद नरसिंहम मई और जून 2021 महीने में सिलसिलेवार तरीके से पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा की बात कर रहे थे.
फ़ैक्ट-चेक
तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च करने से मालूम चला कि ये जुलाई 2018 में ली गयी थी. हिंदुस्तान टाइम्स ने 9 जुलाई 2018 को ये तस्वीर शेयर की थी और इसका क्रेडिट PTI को दिया था. रिपोर्ट के अनुसार पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा में एक बाइक में आग लगा दी गयी थी. आउटलुक के 2018 के आर्टिकल में भी ये तस्वीर इसी जानकारी के साथ पब्लिश हुई थी.

यानी, CNN न्यूज़ 18 ने पश्चिम बंगाल चुनाव परिणाम के बाद हुई हिंसा से जुड़ी ख़बर की बात करते हुए 2-3 साल पुरानी तस्वीरों का इस्तेमाल किया. पूरे ब्रॉडकास्ट के दौरान ये तस्वीरें बार-बार दिखायी गयीं.
साभार : ऑल्ट न्यूज़