NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
CNN पत्रकार को प्रतिबंधित करने के व्हाइट हाउस के फैसले का विरोध
कई समाचार संगठनों के संवाददाताओं ने सीएनएन के पत्रकार जिम एकोस्टा के प्रति समर्थन जताया है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
09 Nov 2018
Trump-Jim Acosta
Image Courtesy: bbc

वाशिंगटन। मध्यावधि चुनाव के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के संवाददाता सम्मेलन में उनके और सीएनएन के वरिष्ठ संवाददाता जिम एकोस्टा के बीच तीखी बहस के कारण व्हाइस हाउस द्वारा अगले आदेश तक जिम का प्रेस पास रद्द कर दिए जाने के बाद कई समाचार संगठनों के संवाददाताओं ने जिम के प्रति समर्थन जताया है। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, 'हार्ड पास' जिससे व्हाइट हाउस के मैदान में प्रवेश करने की इजाजत मिलती है, उसे ट्रंप प्रशासन ने बुधवार रात को रद्द कर दिया।

एकोस्टा सीएनएन के प्रमुख व्हाइट हाउस संवाददाता हैं। वह 'एंडरसन कॉपर 360' शो का सीधा प्रसारण करने के लिए व्हाइट हाउस में फिर से प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे, तभी उन्हें सीक्रेट सर्विस ऑफिसर द्वारा रोक दिया गया।

दक्षिणपंथी वेबसाइटों और ट्रंप समर्थक विवरणदाताओं ने आरोप लगाया कि एकोस्टा ने व्हाइट हाउस की एक इंटर्न के साथ गलत बर्ताव किया था, जो संवाददाता सम्मेलन के दौरान माइक्रोफोन को उनसे दूर करने का प्रयास कर रही थी।

चंद मिनटों बाद व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने अकोस्टा के अनुचित व्यवहार का हवाला देते हुए पास रद्द करने की घोषणा की।

हालांकि इस संवाददाता सम्मेलन के वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि एकोस्टा सिर्फ अपना सवाल पूछना चाह रहे थे। इस बीच इंटर्न उनसे माइक लेना चाहती हैं, लेकिन वे इंटर को इसके लिए रोकते हैं और माइक न लौटाने के लिए माफी मांगते हुए अपने सवाल पर बने रहते हैं।

सीएनएन और कई बड़े पत्रकारिता हितैषी समूहों ने व्हाइट हाउस के इस कदम की निंदा की है।

ये भी पढ़ें- ...ख़तरा बड़ा है लेकिन सबकी नज़र बस तमाशे पर है

 

(इनपुट आईएएनएस)

Donand Trump
Jim Acosta
CNN
America
trumps clashes with cnn jim acosta
trump press conference

Related Stories

और फिर अचानक कोई साम्राज्य नहीं बचा था

क्या दुनिया डॉलर की ग़ुलाम है?

यूक्रेन में छिड़े युद्ध और रूस पर लगे प्रतिबंध का मूल्यांकन

पड़ताल दुनिया भर कीः पाक में सत्ता पलट, श्रीलंका में भीषण संकट, अमेरिका और IMF का खेल?

लखनऊ में नागरिक प्रदर्शन: रूस युद्ध रोके और नेटो-अमेरिका अपनी दख़लअंदाज़ी बंद करें

यूक्रेन पर रूस के हमले से जुड़ा अहम घटनाक्रम

यूक्रेन की बर्बादी का कारण रूस नहीं अमेरिका है!

कोविड -19 के टीके का उत्पादन, निर्यात और मुनाफ़ा

अमेरिका और चीन के राष्ट्रपति के बीच वार्ता का दांव और अफ़ग़ानिस्तान के बहाने शांति का दौर

क्या बंदूक़धारी हमारे ग्रह को साँस लेने देंगे


बाकी खबरें

  • itihas ke panne
    न्यूज़क्लिक टीम
    मलियाना नरसंहार के 35 साल, क्या मिल पाया पीड़ितों को इंसाफ?
    22 May 2022
    न्यूज़क्लिक की इस ख़ास पेशकश में वरिष्ठ पत्रकार नीलांजन मुखोपाध्याय ने पत्रकार और मेरठ दंगो को करीब से देख चुके कुर्बान अली से बात की | 35 साल पहले उत्तर प्रदेश में मेरठ के पास हुए बर्बर मलियाना-…
  • Modi
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: मोदी और शी जिनपिंग के “निज़ी” रिश्तों से लेकर विदेशी कंपनियों के भारत छोड़ने तक
    22 May 2022
    हर बार की तरह इस हफ़्ते भी, इस सप्ताह की ज़रूरी ख़बरों को लेकर आए हैं लेखक अनिल जैन..
  • न्यूज़क्लिक डेस्क
    इतवार की कविता : 'कल शब मौसम की पहली बारिश थी...'
    22 May 2022
    बदलते मौसम को उर्दू शायरी में कई तरीक़ों से ढाला गया है, ये मौसम कभी दोस्त है तो कभी दुश्मन। बदलते मौसम के बीच पढ़िये परवीन शाकिर की एक नज़्म और इदरीस बाबर की एक ग़ज़ल।
  • diwakar
    अनिल अंशुमन
    बिहार : जन संघर्षों से जुड़े कलाकार राकेश दिवाकर की आकस्मिक मौत से सांस्कृतिक धारा को बड़ा झटका
    22 May 2022
    बिहार के चर्चित क्रन्तिकारी किसान आन्दोलन की धरती कही जानेवाली भोजपुर की धरती से जुड़े आरा के युवा जन संस्कृतिकर्मी व आला दर्जे के प्रयोगधर्मी चित्रकार राकेश कुमार दिवाकर को एक जीवंत मिसाल माना जा…
  • उपेंद्र स्वामी
    ऑस्ट्रेलिया: नौ साल बाद लिबरल पार्टी सत्ता से बेदख़ल, लेबर नेता अल्बानीज होंगे नए प्रधानमंत्री
    22 May 2022
    ऑस्ट्रेलिया में नतीजों के गहरे निहितार्थ हैं। यह भी कि क्या अब पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन बन गए हैं चुनावी मुद्दे!
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License