बीते साल तब्लीगी जमात के एक कार्यक्रम के मीडिया कवरेज पर दायर याचिकाओं की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने मीडिया के एक हिस्से की खबरों में जवाबदेही का अभाव, सांप्रदायिकता और नफरत फैलाने वाले दुराग्रह भरे दिखते हैं. इस मामले में मुख्य न्यायाधीश ने सोशल मीडिया और न्यूज़ पोर्टल्स के रेगुलेशन के कारगर तंत्र की जरुरत की भी चर्चा की. #HafteKiBaat के नये एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार Urmilesh का इस महत्वपूर्ण समाचार-कथा पर विचारोत्तेजक विश्लेषण: