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भारत
राजनीति
सरोकार: जो सच-सच बोलेंगे, मारे जाएंगे
कवि राजेश जोशी ने 80 के दशक के आख़िरी में 'मारे जाएंगे' शीर्षक से जो कविता कही थी वो आज हू-ब-हू हमारे सामने आकर खड़ी हो गई है। अपनी पूरी सच्चाई के साथ। इसे पढ़ना-सुनना और समझना बेहद ज़रूरी है, ताकि इन हालात को बदला जा सके।
न्यूज़क्लिक टीम
12 Apr 2022
poem
Rajesh Joshi
Mare Jayenge

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CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License